नन्हें नन्हें पैरों में पैजनियां सुहानी री, पैजनियां सुहानी री, लोरिया सुनावे पास बैठ नंदरानी री, बैठ नंदरानी री।
छोटे छोटे हाथ जाके, छोटी छोटी मटकी, छोटी छोटी मटकी, यशोदा ने देख लियो, मटकी भी पटकी, मटकी भी पटकी।
नन्हीं नन्हीं गाय, नन्हें नन्हें सब खिलौने री, सब खिलौने री, छोटे छोटे ग्वाल मेरे, श्याम के सलोने री, श्याम के सलोने री।
नटखट कान्हा अपनी बाल लीलाओं से सभी को मोहित कर देते थे। कभी गोपियों की मटकी फोड़कर माखन चुरा लेते थे। कभी गायों के साथ जंगल में क्रीड़ा करते थे। उनके पैरों में बंधे घुंघरू छम-छम बजते तो पूरा गोकुल आनंदित हो उठता था। उनकी लीलाएं हमें प्रेम और भक्ति की राह दिखाती हैं।जय कन्हैया लाल की।
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।