भज ले मन तू राम राम राम जगत
भज ले मन तू राम राम राम जगत में कहीं नहीं विश्राम
भज ले मन तू राम राम राम,
जगत में कहीं नहीं विश्राम,
ज़िन्दगी है केवल संग्राम।।
श्रीराम श्रीराम जय जय राम,
जय जय राम बोलो जय जय राम।।
पतित पावन नाम, भज ले राम राम राम।।
श्रीराम श्रीराम जय जय राम,
जय जय राम बोलो जय जय राम।।
भज ले मन तू राम राम राम।।
जब तक मन में तृष्णा है,
दूर-दूर ही कृष्णा है।।
पल भर का सुख त्याग यहीं पर,
सुमिरन कर सतनाम।।
जगत में कहीं नहीं विश्राम,
ज़िन्दगी है केवल संग्राम।।
भज ले मन तू राम राम राम।।
जब तक मन ना मोड़ेगा,
ये जग तुझको ना छोड़ेगा।।
दुनिया है कांटों का जंगल,
रोएगा सिर को थाम।।
जगत में कहीं नहीं विश्राम,
ज़िन्दगी है केवल संग्राम।।
भज ले मन तू राम राम राम।।
तन छूटे पछताएगा,
साथ धर्म ही जाएगा।।
परमेश्वर है प्रिया तुम्हारा,
भक्ति कर निष्काम।।
जगत में कहीं नहीं विश्राम,
ज़िन्दगी है केवल संग्राम।।
भज ले मन तू राम राम राम।।
जगत में कहीं नहीं विश्राम,
ज़िन्दगी है केवल संग्राम।।
श्रीराम श्रीराम जय जय राम,
जय जय राम बोलो जय जय राम।।
पतित पावन नाम, भज ले राम राम राम।।
श्रीराम श्रीराम जय जय राम,
जय जय राम बोलो जय जय राम।।
भज ले मन तू राम राम राम।।
जब तक मन में तृष्णा है,
दूर-दूर ही कृष्णा है।।
पल भर का सुख त्याग यहीं पर,
सुमिरन कर सतनाम।।
जगत में कहीं नहीं विश्राम,
ज़िन्दगी है केवल संग्राम।।
भज ले मन तू राम राम राम।।
जब तक मन ना मोड़ेगा,
ये जग तुझको ना छोड़ेगा।।
दुनिया है कांटों का जंगल,
रोएगा सिर को थाम।।
जगत में कहीं नहीं विश्राम,
ज़िन्दगी है केवल संग्राम।।
भज ले मन तू राम राम राम।।
तन छूटे पछताएगा,
साथ धर्म ही जाएगा।।
परमेश्वर है प्रिया तुम्हारा,
भक्ति कर निष्काम।।
जगत में कहीं नहीं विश्राम,
ज़िन्दगी है केवल संग्राम।।
भज ले मन तू राम राम राम।।
Bhaj Le Man Tu Ram Ram | Alok Sahdev | Jai Shree Ram | Bhakti production