दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें-घर घर गूंजे नारायणी नाम भजन
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
हर घर घर नाराणी, गूँजे बस नाम तेरे,
हर घर घर नाराणी, गूँजे बस नाम तेरे,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
इनका गुण गान करें,महिमा का बख़ान करे,
इस झुंझुनू वाले के चरणों में नमन करे,
महिमा इनकी भारी, ये समझ ले तू प्यारे,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
ये दुर्गा ये काली लक्ष्मी ये ब्रह्माणी,
इनके है रूप अनेक यही झुंझुनू वाली,
शक्ति की स्वरूपा ये, हाथोँ में त्रिशूल धरे,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
ना जान सका कोई, ना वेद समझ पाए,
ना जान सका कोई, ना वेद समझ पाए,
सब देवों ने इनकी महिमा के यश गाये,
सुरभी कहे मंगल को मिल भाव से गाये,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
हर घर घर नाराणी, गूँजे बस नाम तेरे,
हर घर घर नाराणी, गूँजे बस नाम तेरे,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।
|