दादी के मंगल में मिल कर हम प्रण ये करें लिरिक्स GHAR GHAR GUNJE NARAYANI NAAM Lyrics

दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें-घर घर गूंजे नारायणी नाम भजन लिरिक्स GHAR GHAR GUNJE NARAYANI NAAM Bhajan Lyrics

 
दादी के मंगल में मिल कर हम प्रण ये करें लिरिक्स GHAR GHAR GUNJE NARAYANI NAAM Lyrics

दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
हर घर घर नाराणी, गूँजे बस नाम तेरे,
हर घर घर नाराणी, गूँजे बस नाम तेरे,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,

इनका गुण गान करें,महिमा का बख़ान करे,
इस झुंझुनू वाले के चरणों में नमन करे,
महिमा इनकी भारी, ये समझ ले तू प्यारे,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,

ये दुर्गा ये काली लक्ष्मी ये ब्रह्माणी,
इनके है रूप अनेक यही झुंझुनू वाली,
शक्ति की स्वरूपा ये, हाथोँ में त्रिशूल धरे,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,

ना जान सका कोई, ना वेद समझ पाए,
ना जान सका कोई, ना वेद समझ पाए,
सब देवों ने इनकी महिमा के यश गाये,
सुरभी कहे मंगल को मिल भाव से गाये,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
हर घर घर नाराणी, गूँजे बस नाम तेरे,
हर घर घर नाराणी, गूँजे बस नाम तेरे,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,
दादी के मंगल में, मिल कर हम प्रण ये करें,



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