श्री गणपति आरती लिरिक्स सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची Sukh Karta Dukhharta Varta Vighnachi Ganpati Aarti Lyrics
सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची
Ho Varta Vighnachi
हो वार्ता विघ्नाची
Noorvi Poorvi Prem Krupa Jayachi
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
Sarwangi Sundar Utishendu Rachi
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची
Ho Utishendu Rachi
हो उटी शेंदु राची
Kanthi Jhalke Maal Mukhta Phalanchi
कंठी झलके माल मुकताफळांची
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Darshan Matre Maan Kamana Purti
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Darshan Matre Maan Kamana Purti
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Ratnakhachit Phara Tujh Gaurikumra
रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा
Ho Tujh Gaurikumra
हो तुझ गौरीकुमरा
Chandanaachi Uti Kumkum Keshara
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
Chandanaachi Uti Kumkum Keshara
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
Hire Jadit Mukut Shobhato Bara
हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा
Ho Shobhato Bara
हो शोभतो बरा
Runjhunati Nupure Runjhunati Nupure Charani Ghagriya
रुन्झुनती नूपुरे रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Darshan Matre Maan Kamana Purti
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Lambodar Pitaambar Phanivar Vandana
लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना
Ho Phanivar Vandana
हो फनिवर वंदना
Saral Sond Vakratunda Trinayana
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना
Saral Sond Vakratunda Trinayana
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना
Das Ramacha Vaat Pahe Sadna
दास रामाचा वाट पाहे सदना
Ho Pahe Sadna
हो पाहे सदना
Sankati Pavave Nirvani Rakshave Survar Vandana
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Darshan Matre Maan Kamana Purti
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Ghalin Lotangan Vandin Charan
घालीन लोटांगण, वंदीन चरण
Dolyani Pahin Roop Tujhe
डोळ्यांनी पाहीन रुप तुझें
Preme Alingan Anante Pujin
प्रेमें आलिंगन, आनंदे पूजिन
Bhave Ovaleen Mhane Nama
भावें ओवाळीन म्हणे नामा
Twameva Mata Cha Pita Twameva
त्वमेव माता च पिता त्वमेव
Twameva Bandhu Cha Sakha Twameva
त्वमेव बंधुक्ष्च सखा त्वमेव
Twameva Vidhya Dravinam Twameva
त्वमेव विध्या द्रविणं त्वमेव
Twameva Sarwam Mama Deva Deva
त्वमेव सर्वं मम देवदेव
Kayena Vacha Manasendriyenva
कायेन वाचा मनसेंद्रीयेव्रा
Buddhayatmna Va Prakrutiswabhavat
बुद्धयात्मना वा प्रकृतिस्वभावात
Karomi Yadhyat Sakalam Parasmai
करोमि यध्य्त सकलं परस्मे
Narayanayeti Samarpayami
नारायणायेति समर्पयामि
Achyutam Keshavam Ramnarayanam
अच्युतं केशवं रामनारायणं
Krushanadamodaram Vasudevam Hari
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम
Shridharam Madhavam Gopikavallabham
श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं
Janaki Nayakam Ramchandra Bhaje
जानकीनायकं रामचंद्र भजे
Hare Ram Hare Ram Ram Ram Hare Hare
हरे राम हर राम, राम राम हरे हरे
Hare Krishna Hare Krishna
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
Krishna Krishna Hare Hare
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
Ho Varta Vighnachi
हो वार्ता विघ्नाची
Noorvi Poorvi Prem Krupa Jayachi
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
Sarwangi Sundar Utishendu Rachi
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची
Ho Utishendu Rachi
हो उटी शेंदु राची
Kanthi Jhalke Maal Mukhta Phalanchi
कंठी झलके माल मुकताफळांची
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Darshan Matre Maan Kamana Purti
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Darshan Matre Maan Kamana Purti
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Ratnakhachit Phara Tujh Gaurikumra
रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा
Ho Tujh Gaurikumra
हो तुझ गौरीकुमरा
Chandanaachi Uti Kumkum Keshara
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
Chandanaachi Uti Kumkum Keshara
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
Hire Jadit Mukut Shobhato Bara
हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा
Ho Shobhato Bara
हो शोभतो बरा
Runjhunati Nupure Runjhunati Nupure Charani Ghagriya
रुन्झुनती नूपुरे रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Darshan Matre Maan Kamana Purti
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Lambodar Pitaambar Phanivar Vandana
लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना
Ho Phanivar Vandana
हो फनिवर वंदना
Saral Sond Vakratunda Trinayana
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना
Saral Sond Vakratunda Trinayana
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना
Das Ramacha Vaat Pahe Sadna
दास रामाचा वाट पाहे सदना
Ho Pahe Sadna
हो पाहे सदना
Sankati Pavave Nirvani Rakshave Survar Vandana
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Darshan Matre Maan Kamana Purti
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Murti
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
Ho Shree Mangal Murti
हो श्री मंगल मूर्ति
Ghalin Lotangan Vandin Charan
घालीन लोटांगण, वंदीन चरण
Dolyani Pahin Roop Tujhe
डोळ्यांनी पाहीन रुप तुझें
Preme Alingan Anante Pujin
प्रेमें आलिंगन, आनंदे पूजिन
Bhave Ovaleen Mhane Nama
भावें ओवाळीन म्हणे नामा
Twameva Mata Cha Pita Twameva
त्वमेव माता च पिता त्वमेव
Twameva Bandhu Cha Sakha Twameva
त्वमेव बंधुक्ष्च सखा त्वमेव
Twameva Vidhya Dravinam Twameva
त्वमेव विध्या द्रविणं त्वमेव
Twameva Sarwam Mama Deva Deva
त्वमेव सर्वं मम देवदेव
Kayena Vacha Manasendriyenva
कायेन वाचा मनसेंद्रीयेव्रा
Buddhayatmna Va Prakrutiswabhavat
बुद्धयात्मना वा प्रकृतिस्वभावात
Karomi Yadhyat Sakalam Parasmai
करोमि यध्य्त सकलं परस्मे
Narayanayeti Samarpayami
नारायणायेति समर्पयामि
Achyutam Keshavam Ramnarayanam
अच्युतं केशवं रामनारायणं
Krushanadamodaram Vasudevam Hari
कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम
Shridharam Madhavam Gopikavallabham
श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं
Janaki Nayakam Ramchandra Bhaje
जानकीनायकं रामचंद्र भजे
Hare Ram Hare Ram Ram Ram Hare Hare
हरे राम हर राम, राम राम हरे हरे
Hare Krishna Hare Krishna
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
Krishna Krishna Hare Hare
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
श्री गणपति आरती लिरिक्स सुख करता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची लिरिक्स Sukh Karta Dukhharta Varta Vighnachi Ganpati Aarti
सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची
कंठी झलके माल मुकताफळांची
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा
रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना
दास रामाचा वाट पाहे सदना
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
शेंदुर लाल चढायो अच्छा गजमुख को
दोन्दिल लाल बिराजे सूत गौरिहर को
हाथ लिए गुड लड्डू साई सुरवर को
महिमा कहे ना जाय लागत हूँ पद को
जय जय जय जय जय
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव
अष्ट सिधि दासी संकट को बैरी
विघन विनाशन मंगल मूरत अधिकारी
कोटि सूरज प्रकाश ऐसे छबी तेरी
गंडस्थल मद्मस्तक झूल शशि बहरी
जय जय जय जय जय
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव
भावभगत से कोई शरणागत आवे
संतति संपत्ति सबही भरपूर पावे
ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे
गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची
कंठी झलके माल मुकताफळांची
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा
रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना
दास रामाचा वाट पाहे सदना
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
शेंदुर लाल चढायो अच्छा गजमुख को
दोन्दिल लाल बिराजे सूत गौरिहर को
हाथ लिए गुड लड्डू साई सुरवर को
महिमा कहे ना जाय लागत हूँ पद को
जय जय जय जय जय
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव
अष्ट सिधि दासी संकट को बैरी
विघन विनाशन मंगल मूरत अधिकारी
कोटि सूरज प्रकाश ऐसे छबी तेरी
गंडस्थल मद्मस्तक झूल शशि बहरी
जय जय जय जय जय
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव
भावभगत से कोई शरणागत आवे
संतति संपत्ति सबही भरपूर पावे
ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे
गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव
Sukhakartaa Duhkhahartaa Waartaa Wighnaachi
Nurawi Purawi Prem Kripaa Jayaachi
Sarwaangi Sundar Uti Shenduraachi
Knthhi Jhalake Maal Muktaafalaachi
Jay Dew Jay Dew Jay Mngalamurti
Darshanamaatre Manakaamanaa Purti
Ratnakhachit Faraa Tuj Gaurikumaraa
Chndanaachi Uti Kunkumakesharaa
Hirejadit Mukut Shobhato Baraa
Runajhunati Nupure Charani Ghaagariyaa
Lnbodar Pitaanbar Faniwar Bndhanaa
Saral Sond Wakratund Trinayanaa
Daas Raamaachaa Waat Paahe Sadanaa
Snkati Paawaawe Nirwaani Rakshaawe Surawar Wndanaa
Nurawi Purawi Prem Kripaa Jayaachi
Sarwaangi Sundar Uti Shenduraachi
Knthhi Jhalake Maal Muktaafalaachi
Jay Dew Jay Dew Jay Mngalamurti
Darshanamaatre Manakaamanaa Purti
Ratnakhachit Faraa Tuj Gaurikumaraa
Chndanaachi Uti Kunkumakesharaa
Hirejadit Mukut Shobhato Baraa
Runajhunati Nupure Charani Ghaagariyaa
Lnbodar Pitaanbar Faniwar Bndhanaa
Saral Sond Wakratund Trinayanaa
Daas Raamaachaa Waat Paahe Sadanaa
Snkati Paawaawe Nirwaani Rakshaawe Surawar Wndanaa
Meaning in English Sukh Karta Dukhharta Varta Vighnachi Ganpati Aarti
सुखकर्ता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नांची|
नुरवी; पुरवी प्रेम, कृपा जयाची|
सर्वांगी सुंदर, उटी शेंदुराची|
कंठी झळके माळ, मुक्ताफळांची॥१॥
The first stanza begins by addressing Lord Ganesha as harbinger of happiness and dispeller of distress/sorrow and obstacles. It implores the beautiful bodied (Ganesha has beautiful body), saffron coloured god who wears a pearl necklace to come and bless the singer (devotee) and fill his life with love. Lokprabha comments the word nuravi (नुरवी) is often mispronounced as nurvi (नुर्वी) in the stanza.
नुरवी; पुरवी प्रेम, कृपा जयाची|
सर्वांगी सुंदर, उटी शेंदुराची|
कंठी झळके माळ, मुक्ताफळांची॥१॥
The first stanza begins by addressing Lord Ganesha as harbinger of happiness and dispeller of distress/sorrow and obstacles. It implores the beautiful bodied (Ganesha has beautiful body), saffron coloured god who wears a pearl necklace to come and bless the singer (devotee) and fill his life with love. Lokprabha comments the word nuravi (नुरवी) is often mispronounced as nurvi (नुर्वी) in the stanza.
अर्थ : गणपती कसा सुख आणतो व दु:ख दूर करतो, ह्याने होते. पुढे गणपती कसा भक्ताचे जीवन प्रेमाने भरुन टाकतो ह्याचे वर्णन केलेले आहे. साप्ताहिक ’लोकप्रभ”त विदित केल्याप्रमाणे, ह्या कडव्यातील नुरवी हा शब्द नुर्वी म्हणुन अनेकदा चुकीचा उच्चारला जातो.
जय देव, जय देव जय मंगलमूर्ती|
दर्शनमात्रे मन कामना पुरती ॥धृ॥
The chorus starts with "Victory to God! Victory to God!" and praises Ganesha as Mangalamurti, one with an auspicious form. The mere sight of the god is said to fulfil all desires.
A priest (left, bottom) performs aarti of Ganesha.
ह्या कडव्यात गणपतीचे मंगलमूर्ती म्हणून वर्णन केले गेले आहे. या देवाचे
केवळ दर्शन हे आपल्या सर्व इच्छा पूर्ण करू शकते, असे सांगितले आहे.
रत्नखचित फरा, तुज गौरीकुमरा|
चंदनाची उटी , कुमकुम केशरा|
हिरेजडित मुकुट, शोभतो बरा |
रुणझुणती नूपुरे, चरणी घागरिया|
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती ॥२॥
The second stanza extols Ganesha, as the son of Gauri (Parvati, Ganesha's mother) adorned with jewels. His forehead is smeared with sandalwood, saffron and kumkum. He wears a diamond-studded crown and anklets that shine and jingle melodiously. The chorus is then repeated.
या दुसर्या कडव्यात गणपतीचे गौरी (पार्वती) पुत्र म्हणून वर्णन आहे.
भर्पूर रत्ने असलेला फरा (एक दागिना) लावलेले त्याचे कपाळ चंदन, कुंकू, व
केशर यांनी चोपडलेले आहे व तो हि्र्याचे मुकुट व वाजणारे दागिने घालतो,
असे वर्णन केलेले आहे.
लंबोदर पीतांबर, फणिवरबंधना |
सरळ सोंड, वक्रतुंड त्रिनयना|
दास रामाचा, वाट पाहे सदना|
संकटी पावावे, निर्वाणी रक्षावे, सुरवरवंदना|
जय देव जय देव, जय मंगलमूर्ती|
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती ॥३॥
The last stanza praises Lord Ganesha as One who with a pot belly, who wears yellow silken garments. His pot belly is interpreted to have grown his favorite sweet modaks as well as the sins of his devotees, thus absolving them. A serpent is around his waist. He has three eyes and a soft trunk. His third eye is interpreted to the source of knowledge. Lokprabha notes that the third eye, usually not depicted in Ganesha's iconography, is seen in the Ganesha of Morgaon.[6] He is called Vakratunda, "One with a curved trunk". Another translation of the word means one who destroys the crooked.[6] In the second last line, the poet's name is given: "Your humble servant Ramadas waits for you to come". Further, the song requests Ganesha, the Lord who worshipped by all, to be pleased with the devotee in trouble and protect him in distress. The chorus is repeated.
शेवटचं कडवं हे गणपतीचे मडक्यासारखे पोट असल्याचे वर्णन करते. त्याने पितांबर नेसला आहे. त्याच्या कंबरेभोवती एका नागाचा बंध (कंबरपट्टा) आहे. या गणपतीला तीन डोळे असून त्याचे तोंड वाकडे पण सोंड सरळ आहे. गणपतीच्या मूर्तीला सहसा तिसरा डोळा नसतो, पण मोरगावच्या गणपतीला तो आहे. शेवटी, कवीचे नाव आहे, व दास रामदास हा देवाची वाट पाहतो आहे, असा उल्लेख आहे. ह्या कडव्यात गणपतीला, भक्त संकटात असतांना त्याला प्रसन्न होण्याची, व अखेरच्या क्षणी रक्षण करण्याची विनंती केली गेली आहे.
Hindi Meaning of Sukh Karta Dukhharta Varta Vighnachi Ganpati Aarti
सुखकर्ता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नांची|
नुरवी; पुरवी प्रेम, कृपा जयाची|
सर्वांगी सुंदर, उटी शेंदुराची|
कंठी झळके माळ, मुक्ताफळांची॥१॥
नुरवी; पुरवी प्रेम, कृपा जयाची|
सर्वांगी सुंदर, उटी शेंदुराची|
कंठी झळके माळ, मुक्ताफळांची॥१॥
Sukhakartā Dukhahartā, Vārtā Vighnān̄cī|
Nuravī; Puravī Prēma, Kr̥pā Jayācī|
Sarvāṅgī Sundara, Uṭī Śēndurācī|
Kaṇṭhī Jhaḷakē Māḷa, Muktāphaḷān̄cī.1.
Nuravī; Puravī Prēma, Kr̥pā Jayācī|
Sarvāṅgī Sundara, Uṭī Śēndurācī|
Kaṇṭhī Jhaḷakē Māḷa, Muktāphaḷān̄cī.1.
भगवान गणेश जी जो हमे सुख देते है और दुखो को दूर करते है। भगवान गणेश जी हमें सभी मुश्किलों से मुक्त करते है। भगवान गणेश जी जो आशीर्वाद के रूप मैं हर जगह अपना प्यार फैलाते है। भगवान गणेश जी जिनके शारीर पर सुन्दर लाल-नारंगी रंग है। और गले मैं अति-सुन्दर मोतियों ( मुक्ताफल ) की माला पहनी हुई है। भगवान गणेश जी की इस मंगल मूर्ति से प्रार्थना करो। भगवान् के दर्शन मात्र से ही हमारी सारी इच्छाओ की पूर्ति हो जायेगी।
रत्नखचित फरा, तुज गौरीकुमरा|
चंदनाची उटी , कुमकुम केशरा|
हिरेजडित मुकुट, शोभतो बरा |
रुणझुणती नूपुरे, चरणी घागरिया|
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती ॥२॥
चंदनाची उटी , कुमकुम केशरा|
हिरेजडित मुकुट, शोभतो बरा |
रुणझुणती नूपुरे, चरणी घागरिया|
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती ॥२॥
Ratnakhacita Pharā, Tuja Gaurīkumarā|
Candanācī Uṭī, Kumakuma Kēśarā|
Hirējaḍita Mukuṭa, Śōbhatō Barā |
Ruṇajhuṇatī Nūpurē, Caraṇī Ghāgariyā|
Jaya Dēva Jaya Dēva Jaya Maṅgalamūrtī.2.
Candanācī Uṭī, Kumakuma Kēśarā|
Hirējaḍita Mukuṭa, Śōbhatō Barā |
Ruṇajhuṇatī Nūpurē, Caraṇī Ghāgariyā|
Jaya Dēva Jaya Dēva Jaya Maṅgalamūrtī.2.
हे गौरी पुत्र (श्री गणेश ), ये रत्नों से जडित मुकुट आपके लिए अर्पित है। आपके शरीर पर चन्दन का लेप लगा हुआ है। और मस्तक भाल पर पर लाल रंग का तिलक लगा हुआ है। हीरो से जडित सुन्दर सा मुकुट है और आपके आपके चरणों के पास मैं पायल की ध्वनि बहुत अच्छी लग रही है। भगवान् की इस मंगल मूर्ति से प्रार्थना करो। भगवान् के दर्शन मात्र से ही हमारी सारीइच्छाओ की पूर्ति हो जायेगी।
लंबोदर पीतांबर, फणिवरबंधना |
सरळ सोंड, वक्रतुंड त्रिनयना|
दास रामाचा, वाट पाहे सदना|
संकटी पावावे, निर्वाणी रक्षावे, सुरवरवंदना|
जय देव जय देव, जय मंगलमूर्ती|
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती ॥३॥
सरळ सोंड, वक्रतुंड त्रिनयना|
दास रामाचा, वाट पाहे सदना|
संकटी पावावे, निर्वाणी रक्षावे, सुरवरवंदना|
जय देव जय देव, जय मंगलमूर्ती|
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती ॥३॥
Lambōdara Pītāmbara, Phaṇivarabandhanā |
Saraḷa Sōṇḍa, Vakratuṇḍa Trinayanā|
Dāsa Rāmācā, Vāṭa Pāhē Sadanā|
Saṅkaṭī Pāvāvē, Nirvāṇī Rakṣāvē, Suravaravandanā|
Jaya Dēva Jaya Dēva, Jaya Maṅgalamūrtī|
Darśanamātrē Manakāmanā Puratī.3.
Saraḷa Sōṇḍa, Vakratuṇḍa Trinayanā|
Dāsa Rāmācā, Vāṭa Pāhē Sadanā|
Saṅkaṭī Pāvāvē, Nirvāṇī Rakṣāvē, Suravaravandanā|
Jaya Dēva Jaya Dēva, Jaya Maṅgalamūrtī|
Darśanamātrē Manakāmanā Puratī.3.
भगवान् आपका बड़ा पेट है और आपने पीली धोती पहनी हुई है। आपके सुन्दर और मुड़ी हुई सूंड है, और आपके तीन आँखे है। इस आरती के रचियता रामदास कहते है की मैं आपकी साधना मैं ये लिख रहा हु, मुश्किल के समय मैं सदेव हमारी रक्षा और सहायता करना। भगवान् की इस मंगल मूर्ति से प्रार्थना करो। भगवान् के दर्शन मात्र से ही
हमारी सारी इच्छाओ की पूर्ति हो जायेगी। गणेश हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय और पूजनीय देवताओं में से एक हैं। उन्हें बुद्धि, ज्ञान, और सफलता के देवता के रूप में जाना जाता है। वे भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र हैं।
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