ये ज्योत मेरी मैया की मर्जी से जगती है

ये ज्योत मेरी मैया की मर्जी से जगती है

 ये ज्योत मेरी मैया की,
मर्जी से जगती है,
इस ज्योत को नमन करो,
इसमें बड़ी शक्ति है।।

जब तक ना हुकुम होवे,
ये ज्योत नहीं जगती,
जब तक ना कृपा होवे,
ये लगन नहीं लगती,
ये अखंड ज्योत भक्तों का,
उद्धार करती है,
इस ज्योत को नमन करो,
इसमें बड़ी शक्ति है।।

ये ज्योत जो जगती है,
तो भाग्य बदलती है,
ये ज्योत असंभव को,
संभव कर सकती है,
इस ज्योत रूप में ही तो,
सब शक्तियां रहती हैं,
इस ज्योत को नमन करो,
इसमें बड़ी शक्ति है।।

तेरे अला-बला जो भी,
सर पर मंडराती है,
इस ज्योत की लपटों में,
स्वाहा हो जाती है,
टूना-टोटका, बुरी नजरें,
इस ज्योत से डरती हैं,
इस ज्योत को नमन करो,
इसमें बड़ी शक्ति है।।

तेरी ज्योत का उजियारा,
इस घर में सदा रखना,
और हंसता-खेलता ये,
परिवार सदा रखना,
अम्बरीष कहे, ये ज्योति,
किस्मत से मिलती है,
इस ज्योत को नमन करो,
इसमें बड़ी शक्ति है।।

ये ज्योत मेरी मैया की,
मर्जी से जगती है,
इस ज्योत को नमन करो,
इसमें बड़ी शक्ति है।।



ज्योत की महिमा का भजन JYOT KI MAHIMA _Sudarshan Kumar 9323310925 #sudarshankumar #navratri
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