दुनियाँ भोळी रे भोळी आ हरदम करे ठिठोली लिरिक्स Duniya Bholi Re Bholi Aa Hardam Lyrics
यह भजन राजस्थानी में यह सन्देश देता है की दुनियाँ दोहरे मापदंडों पर आधारित है, यह भोली है, नादान है, जो सत्य से दूर है। यह दुनीयाँ मखौल करती है और भजन करने से दूर भागती है, लेकिन होली खेलने में धमाचौकड़ी मचा देती है।
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
भजन करन्ता लाज़ मरै आ,
धमकत खेले होळी,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
दूध पताशा ने ले बम्बी पे,
नाग पूजबा जावै,
जै गोगा जी घर में आवे,
तो सोट्टा सूं घमकावे,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
दूध और पताशे लेकर साँप की बम्बी (बिल ) पर गोगाजी के प्रतीक स्वरुप सांप को पूजने को जाती है। लेकिन जब वह साँप घर पर ही आ जाता है तो लाठी से उसे मार दिया जाता है।
भेण भांणजी घर में आवे,
लुक्खा टुकड़ा खावे,
साळी सलाई ने न्यूत जिवामें,
रसगुल्ला गटकावे,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
बहन बेटी भांजी के घर पर मेहमान के रूप में आने पर रूखे सूखे भोजन को उनके आगे सरका दिया जाता है। लेकिन साली को बड़े ही चाव से भोजन करवाया जाता है और रसगुल्ले खिलाये जाते हैं !
माँ बाप मांचे में पड़िया,
मुखड़े ना बतळावे,
साळा जी रो माथो दुखियो,
दौड़या दौड़या जावे,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
माँ बाप खटिया में पड़े हैं, बीमार हैं लेकिन उनसे बेटा कोई बात नहीं करता है लेकिन जब पत्नी के भाई का महज माथा ही दुखता है / सर दर्द होता है तो वह दौड़ा दौड़ा जाता है !
मालिक जग में एक है रै,
झगड़ा न्यारा न्यारा,
कहे कबीर सुणों भाई साधो,
किस विध होव निस्तारा,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
भजन करन्ता लाज़ मरै आ,
धमकत खेले होळी,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
आ हरदम करे ठिठोली,
भजन करन्ता लाज़ मरै आ,
धमकत खेले होळी,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
दूध पताशा ने ले बम्बी पे,
नाग पूजबा जावै,
जै गोगा जी घर में आवे,
तो सोट्टा सूं घमकावे,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
दूध और पताशे लेकर साँप की बम्बी (बिल ) पर गोगाजी के प्रतीक स्वरुप सांप को पूजने को जाती है। लेकिन जब वह साँप घर पर ही आ जाता है तो लाठी से उसे मार दिया जाता है।
भेण भांणजी घर में आवे,
लुक्खा टुकड़ा खावे,
साळी सलाई ने न्यूत जिवामें,
रसगुल्ला गटकावे,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
बहन बेटी भांजी के घर पर मेहमान के रूप में आने पर रूखे सूखे भोजन को उनके आगे सरका दिया जाता है। लेकिन साली को बड़े ही चाव से भोजन करवाया जाता है और रसगुल्ले खिलाये जाते हैं !
माँ बाप मांचे में पड़िया,
मुखड़े ना बतळावे,
साळा जी रो माथो दुखियो,
दौड़या दौड़या जावे,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
माँ बाप खटिया में पड़े हैं, बीमार हैं लेकिन उनसे बेटा कोई बात नहीं करता है लेकिन जब पत्नी के भाई का महज माथा ही दुखता है / सर दर्द होता है तो वह दौड़ा दौड़ा जाता है !
मालिक जग में एक है रै,
झगड़ा न्यारा न्यारा,
कहे कबीर सुणों भाई साधो,
किस विध होव निस्तारा,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
भजन करन्ता लाज़ मरै आ,
धमकत खेले होळी,
दुनियाँ भोळी रे भोळी,
आ हरदम करे ठिठोली,
सभी का मालिक वह एक ही है, परम ब्रह्म सभी ब्रह्माण्ड और शृष्टि का स्वामी है लेकिन लोगों ने अपने हिसाब से स्वंय की सुविधा के लिए धर्म बना लिए हैं। साहेब की वाणी है की अब किस विधि से इस विवाद का हल हो क्योंकि ये दुनिया ही पाखंडी है।
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Sunita Swami || दुनिया भोली रे भोली || Duniya Bholi Re Bholi || सुनीता स्वामी || Chetawani Bhajam
Singer - Sunita Swami
Music - Raju Swami
Records - Swami studio nagaur
Video - Krishnaa Rajsthani
Singer - Sunita Swami
Music - Raju Swami
Records - Swami studio nagaur
Video - Krishnaa Rajsthani
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं