मंदिर में बड़गो साँवरो लिरिक्स Mandir Me Badago Sanvaro Lyrics
मंदिर में बड़गो साँवरो लिरिक्स Mandir Me Badago Sanvaro Lyrics Khatu Shyam Ji Bhajan by Namrata Karwa
रंग गुलाल म्हे लेकर आया,खाटू के दरबार,
इबके फागण रंग स्यां बाबा,
घणों करांगा प्यार,
काई होवे है देखेगा,
यो सारो संसार,
जद बाबा और प्रेमी के बीच में,
होवेगी तकरार।
फागणियो आयो रे,
(जय श्री श्याम)
मंदिर में बड़गो साँवरो,
अपणा ही भगतां से,
आज डरग्यो साँवरो,
फागणियो आयो रे,
मंदिर में बड़गो साँवरो।
गली गली में घूम रहा हाँ,
हाथां ले पिचकारी,
हिम्मत है तो मंदिर बाहर,
आज्या रे गिरधारी,
कोई पिछाणे नाहीं ऐसी,
सूरत करदया थारी,
कहाँ बचेगो सांवरिया,
भगतां री भीड़ है भारी,
हिवड़ो घबरायो रे,
मंदिर में बड़गो साँवरो,
फागणियो आयो रे,
मंदिर में बड़गो साँवरो।
होली ऐसी खेलांगा,
देखेगी दुनिया सारी,
हाथ जोड़ ले, कान पकड़ ले,
नाचेगा गिरधारी,
छूटे नाहीं जनम जनम तक,
ऐसो रंग लगावा,
राजी राजी बाहर आजा,
ज्यादा नहीं सतावां,
घणों समझायो रे,
मंदिर में बड़गो साँवरो,
फागणियो आयो रे,
मंदिर में बड़गो साँवरो।
भगतां सारा रगड़ रगड़,
कर दियो काळो पीलो,
कोई नहीं पिछाणे जी,
कुण है श्याम रंगीलो,
कुण मैं हूँ और कुण तू है,
अब भेद मिट्यो है सारो,
यो भी ऐसी होली खेली,
जनम सुधरगयो म्हारों,
म्हाने आनंद आ गया रे,
खाटू में मिल गयो साँवरो,
मंदिर में बड़गो साँवरो,
फागणियो आयो रे,
मंदिर में बड़गो साँवरो।
मंदिर में बड़गो साँवरो लिरिक्स Mandir Me Badago Sanvaro Lyrics Khatu Shyam Ji Bhajan by Namrata Karwa
रंग गुलाल म्हे लेकर आया- रंग और गुलाल हम (म्हे) लेकर।
खाटू के दरबार- श्री खाटू श्याम जी के दरबार में।
इबके फागण रंग स्यां बाबा- अबके (इबके) फाल्गुन (फागण) रंगेंगे (रंगस्या) बाबा को।
घणों करांगा प्यार- बहुत प्यार करेंगे।
काई होवे है देखेगा- क्या होगा देखेंगे।
यो सारो संसार- यह सारा संसार।
जद बाबा और प्रेमी- जब बाबा और प्रेमी के बीच।
फागणियो आयो रे- फागण आया गया है।
मंदिर में बड़गो साँवरो- मंदिर में बाबा घुस गया है।
आज्या रे गिरधारी- आ जाओ गिरधारी।
कोई पिछाणे नाहीं ऐसी-कोई पहचान नहीं सके ऐसे।
सूरत करदया थारी- सूरत कर दे(करदया) आपकी (थारी)
भगतां री भीड़ है भारी- भक्तों की (भगतां री) भीड़ है भारी।
हिवड़ो घबरायो रे- जी (हिवड़ो) घबरा गया है।
घणों समझायो रे बहुत समझाया (घणो समझायो)
भगतां सारा रगड़ रगड़- भक्तों ने मसल मसल कर (रगड़ रगड़ कर )
कर दियो काळो पीलो- रंग लगा कर काला पीला कर दिया है।
कोई नहीं पिछाणे जी- कृष्ण को कोई नहीं पहचान पा रहा है।
कुण है श्याम रंगीलो- कौन है श्याम रंगीलो।
कुण मैं हूँ और कुण तू है-कौन मैं हूँ और कौन तुम।
अब भेद मिट्यो है-सारो सारा भेद मिट चूका है।
रंग गुलाल म्हे लेकर आया- रंग और गुलाल हम (म्हे) लेकर।
खाटू के दरबार- श्री खाटू श्याम जी के दरबार में।
इबके फागण रंग स्यां बाबा- अबके (इबके) फाल्गुन (फागण) रंगेंगे (रंगस्या) बाबा को।
घणों करांगा प्यार- बहुत प्यार करेंगे।
काई होवे है देखेगा- क्या होगा देखेंगे।
यो सारो संसार- यह सारा संसार।
जद बाबा और प्रेमी- जब बाबा और प्रेमी के बीच।
फागणियो आयो रे- फागण आया गया है।
मंदिर में बड़गो साँवरो- मंदिर में बाबा घुस गया है।
आज्या रे गिरधारी- आ जाओ गिरधारी।
कोई पिछाणे नाहीं ऐसी-कोई पहचान नहीं सके ऐसे।
सूरत करदया थारी- सूरत कर दे(करदया) आपकी (थारी)
भगतां री भीड़ है भारी- भक्तों की (भगतां री) भीड़ है भारी।
हिवड़ो घबरायो रे- जी (हिवड़ो) घबरा गया है।
घणों समझायो रे बहुत समझाया (घणो समझायो)
भगतां सारा रगड़ रगड़- भक्तों ने मसल मसल कर (रगड़ रगड़ कर )
कर दियो काळो पीलो- रंग लगा कर काला पीला कर दिया है।
कोई नहीं पिछाणे जी- कृष्ण को कोई नहीं पहचान पा रहा है।
कुण है श्याम रंगीलो- कौन है श्याम रंगीलो।
कुण मैं हूँ और कुण तू है-कौन मैं हूँ और कौन तुम।
अब भेद मिट्यो है-सारो सारा भेद मिट चूका है।