घणी दूर से दोड़्यो थारी गाडुली के लार भजन लिरिक्स Ghani Door Se Dodyo Lyrics Meaning

घणी दूर से दोड़्यो थारी गाडुली के लार भजन लिरिक्स Ghani Door Se Dodyo Lyrics Meaning Krishna Bhajan by Jaya Kishori Ji

 
घणी दूर से दोड़्यो थारी गाडुली के लार भजन लिरिक्स Ghani Door Se Dodyo Lyrics Meaning
 
घणी दूर से दोड़्यो थारी गाडुली के लार,
अर र र, थारी गाडूली के लार,
गाड़ी में बिठा ले रे बाबा,
जाणों है नगर अंजार।

नरसी बोल्यो म्हारे सागे, के करसी,
ओढ़न कपडा नाहीं,
बैठ सियां मरसी,
बूढ़ा बैल टूट्योड़ी गाड़ी,
पैदल जावे हार,
अर र र, पैदल जावे हार,
गाड़ी में बिठा ले रे बाबा,
जाणों है नगर अंजार।

ज्ञान दासजी कहवे गाडुली तोड़ेगा,
ज्ञान दासजी कहवे तूमड़ा फोड़ेगा,
घणी भीड़ में टूट जावे,
म्हारे ईकतारा रो तार,
गाड़ी में बिठा ले रे बाबा,
जाणों है नगर अंजार।

नानी बाई रो भात देखबा चालूंगों,
पूर्ण पावलो थाली में भी डालूँगो,
दोए चार दिन चोखा चोखा,
जीमूँ जीमणवार,
अर र र,  जीमूँ जीमणवार,
गाड़ी में बिठा ले रे बाबा,
जाणों है नगर अंजार।

जोड़े ऊपर बैठ हाँकस्यूं में नारा,
थे करज्यो आराम दाब स्युं पग थारा,
घणी चार के तड़के थाने,
पहुचा देऊँ अंजार,
गाड़ी में बिठा ले रे बाबा,
जाणों है नगर अंजार।

टूट्योड़ी गाड़ी भी आज विमान बणी,
नरसी गावै भजन,
सुणे खुद श्याम धणी,
सूर्या सगळा पीठ थपे ने,
अर र र, जीवतो रे मोट्यार,
गाड़ी में बिठा ले रे बाबा,
जाणों है नगर अंजार। 

घणी दूर से दोड़्यो थारी गाडुली के लार भजन मीनिंग इन हिंदी Ghani Door Se Dodyo Lyrics Meaning in Hindi (Krishna Bhajan by Jaya Kishori Ji)

घणी दूर से दोड़्यो थारी गाडुली के लार : जब नरसी जी भात भरने के लिए रवाना होते हैं तो रास्ते में उनको स्वंय भगवान् श्री कृष्ण राहगीर बन कर उनसे मिलते हैं और कहते हैं की उनको 'अंजार' नगर के लिए जाना है। उनको भी गाडी में बैठने की जगह दी जाय। मैं बहुत दूर से / घणी दूर से, दौड़ता हुआ गाडी (गाडूली) के पीछे भाग रहा हूँ। लार-पीछे।
गाड़ी में बिठा ले रे बाबा, जाणों है नगर अंजार : बाबा, मुझे भी गाडी में बिठा लो मुझे अंजार नगर के लिए जाना है।
नरसी बोल्यो म्हारे सागे, के करसी : नरसी जी इस पर भगवान श्री कृष्ण जी से, जो साधारण वेश में होते हैं, कहते हैं की हमारे साथ तुम क्या करोगे ? सागे-साथ में, म्हारे- मेरे/हमारे, . के करसि - क्या करोगे।
ओढ़न कपडा नाहीं : हमारे पास तो ओढ़ने के लिए कपडे तक नहीं है।
बैठ सियां मरसी : गाडी में बैठ कर तुम सर्दी मरोगे ? सियां मरसी -सर्दी मरोगे।
बूढ़ा बैल टूट्योड़ी गाड़ी : मेरी गाडी के जुते बैल बूढ़े हैं, और गाड़ी भी टूटी हुई है।
पैदल जावे हार : इससे अच्छा तो तुम पैदल ही चलो।
ज्ञान दासजी कहवे गाडुली तोड़ेगा : ज्ञान दास जी कहते हैं की भाई तुम गाडी को तोड़ोगे।
ज्ञान दासजी कहवे तूमड़ा फोड़ेगा : ज्ञान दास जी कहते हैं की तुम हमारे तूमा (तुम्बा) को फोड़ डालोगे। तूम्बा एक तरह का लकड़ी का भिक्षा पात्र होता है जिसने साधू संत अपने खाने पीने की सामग्री को स्टोर करते हैं।
घणी भीड़ में टूट जावे, म्हारे ईकतारा रो तार : ज्यादा भीड़ भाड़ में मेरे इकतारे का तार टूट सकता है।
गाड़ी में बिठा ले रे बाबा, जाणों है नगर अंजार : बाबाजी मुझे भी गाडी में बिठा लो मुझे अंजार नगर को जाना है।
नानी बाई रो भात देखबा चालूंगों : इस पर श्री कृष्ण जी कहते हैं की वे भी नानी बाई का भात देखने के लिए जाएंगे।
पूर्ण पावलो थाली में भी डालूँगो : मैं भी मेरी हैसियत के मुताबिक़ पूण पावलो (पूण पावलो - १/४ हिस्से का धन ) / धन को थाली पूजने के दौरान डाल दूंगा।
दोए चार दिन चोखा चोखा, जीमूँ जीमणवार : इसी कारण दो चार दिन अच्छे अच्छे / चोखा भोजन जीमने (खाने) को तो मिलेंगे।
जोड़े ऊपर बैठ हाँकस्यूं में नारा : श्री कृष्ण जी नरसी जी से कहते हैं की आप विश्राम करो मैं गाडी के जोड़े पर बैठ जाऊँगा और बैलों को हाकुंगा। जोड़-एक मजबूत लकड़ी जो बैल और गाडी को जोड़ती है। नारा-राजस्थानी भाषा में बैल को नारा, बल्द कहा जाता है।
थे करज्यो आराम दाब स्युं पग थारा : आप गाडी में  आराम करों मैं आपके पाँव दबाता हूँ।
घणी चार के तड़के थाने, पहुचा देऊँ अंजार : मैं आपके अर्ली मॉर्निंग/तड़के ही अंजार नगर को पहुंचा दूंगा।
टूट्योड़ी गाड़ी भी आज विमान बणी : श्री कृष्ण जी के द्वारा गाडी को चलाते ही टूटी हुई गाडी भी विमान की भाति तेजी से चलने लगी। (श्री खाटू नरेश की -जय , जय बाबा हारे के सहारे की )
नरसी गावै भजन, सुणे खुद श्याम धणी : इस पर नरसी जी भगवान के भजन गाते हैं और स्वंय श्री श्याम धणी बैठ कर भजन को सुनते हैं।
सूरा सगळा पीठ थपे ने, अर र र, जीवतो रे मोट्यार : सभी देव नरसी जी की पीठ थपथपाते हैं और कहते हैं की तुम्हारी उम्र लम्बी हो। जीवतो रह मोट्यार -जीवित रहो, मोट्यार-नौजवान के लिए सम्बोधन।  


Jaya Kishori Ji का धमाकेदार भजन | गाडी में बिठा ले रे बाबा, जानो है नगर अंजार

Ghani Dur Se Dodyo Thaari Gaaduli Ke Laar,
Ar Ra Ra, Thaari Gaaduli Ke Laar,
Gaadi Mein Bitha Le Re Baaba,
Jaanon Hai Nagar Anjaar.

Narasi Bolyo Mhaare Saage, Ke Karasi,
Odhan Kapada Naahin,
Baith Siyaan Marasi,
Budha Bail Tutyodi Gaadi,
Paidal Jaave Haar,
Ar Ra Ra, Paidal Jaave Haar,
Gaadi Mein Bitha Le Re Baaba,
Jaanon Hai Nagar Anjaar.

Gyaan Daasaji Kahave Gaaduli Todega,
Gyaan Daasaji Kahave Tumada Phodega,
Ghani Bhid Mein Tut Jaave,
Mhaare ikataara Ro Taar,
Gaadi Mein Bitha Le Re Baaba,
Jaanon Hai Nagar Anjaar.

Naani Bai Ro Bhaat Dekhaba Chaalungon,
Purn Paavalo Thaali Mein Bhi Daalungo,
Doe Chaar Din Chokha Chokha,
Jimun Jimanavaar,
Ar Ra Ra,  Jimun Jimanavaar,
Gaadi Mein Bitha Le Re Baaba,
Jaanon Hai Nagar Anjaar.

Jode upar Baith Haankasyun Mein Naara,
The Karajyo Aaraam Daab Syun Pag Thaara,
Ghani Chaar Ke Tadake Thaane,
Pahucha Deun Anjaar,
Gaadi Mein Bitha Le Re Baaba,
Jaanon Hai Nagar Anjaar.

Tutyodi Gaadi Bhi Aaj Vimaan Bani,
Narasi Gaavai Bhajan,
Sune Khud Shyaam Dhani,
Surya Sagala Pith Thape Ne,
Ar Ra Ra, Jivato Re Motyaar,
Gaadi Mein Bithaale Re Baaba,
Jaano Hai Nagar Anjaar..

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