अर्जी तू मेरी सुनले मेरी मैया शेरावाली भजन
(मुखड़ा)
अरजी तू मेरी सुन ले,
मेरी मैया शेरावाली,
मेरी मैया शेरावाली,
मेरी मैया मेहरावाली,
मेरी मैया लाटावाली,
अरजी तू मेरी सुन ले,
मेरी मैया शेरावाली।।
(अंतरा)
दर तेरा सबसे ऊँचा,
पर दूर मैं सवाली,
दर पे मुझे बुलाले,
मर जाऊँ ना सवाली।
अरजी तू मेरी सुन ले,
मेरी मैया शेरावाली।।
दर-दर की मैंने खाई,
ठोकर, माँ शेरावाली,
सब को है मैंने देखा,
बस तू ही माँ हमारी।
अरजी तू मेरी सुन ले,
मेरी मैया शेरावाली।।
दर्शन को मैं तो तड़पूँ,
दर्शन तो मुझको दे दो,
बस ये ही आस तुमसे,
मेरी आस पूरी कर दो।
अरजी तू मेरी सुन ले,
मेरी मैया शेरावाली।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
अरजी तू मेरी सुन ले,
मेरी मैया शेरावाली,
मेरी मैया शेरावाली,
मेरी मैया मेहरावाली,
मेरी मैया लाटावाली,
अरजी तू मेरी सुन ले,
मेरी मैया शेरावाली।।
धन दौलत से भी बड़ा है ये भजन - Arzi Meri Tu Sunle O Maiya Sherawali - सरदार मनेंदर सिंह छलिया#LYRICAL