थारी उमर बीती जाय रे रामजी ने भज रै भजन लिरिक्स Thaari Umar Beeti Jaay Lyrics, Chetawani Bhajan by Anil Nagori
थारी मोह माया ने छोड़,
क्रोध ने तज रै,
थारी उमर बीती जाय रे,
रामजी ने भज रै।
थारा थर थर काँपे पाँव,
धोळा ने लज रै,
थारे सर पर घूमें काळ,
अगाड़ी चल रै,
थारी मोह माया ने छोड़,
क्रोध ने तज रै,
हो, क्रोध ने तज रे,
थारी उमर बीती जाय रे,
रामजी ने भज रै।
थारी डगमग नाड़,
कमर गई झुक रै,
हो, कमर गयी झुक रे,
थारी आँख्या स्यूं सूझे नहीं,
कान गया रुझ रै,
थारी मोह माया ने छोड़,
क्रोध ने तज रै,
हो, क्रोध ने तज रे,
थारी उमर बीती जाय रे,
रामजी ने भज रै।
थारी परणी छोड्यो प्रेम,
नाही थारी हद रे,
थारे बेटा बोले बोल,
मरेला कद रै,
थारी मोह माया ने छोड़,
क्रोध ने तज रै,
हो, क्रोध ने तज रे,
थारी उमर बीती जाय रे,
रामजी ने भज रै।
थारो धन जौबन दिन चार,
रहवे नहीं फिर रै,
भाई जावता नहीं लागे बार,
साँच ने सुण रै,
थारी मोह माया ने छोड़,
क्रोध ने तज रै,
हो, क्रोध ने तज रे,
थारी उमर बीती जाय रे,
रामजी ने भज रै।
भाई कह गया दास कबीर,
सांगो गयो लद रै,
थारो लेखों ले सी राम,
मरेला जद रै,
थारी मोह माया ने छोड़,
क्रोध ने तज रै,
हो, क्रोध ने तज रे,
थारी उमर बीती जाय रे,
रामजी ने भज रै।
थारी मोह माया ने छोड़,
क्रोध ने तज रै,
थारी उमर बीती जाय रे,
रामजी ने भज रै।
थारी उमर बीती जाय रे रामजी ने भज रै भजन लिरिक्स Thaari Umar Beeti Jaay Lyrics, Chetawani Bhajan by Anil Nagori
थारी मोह माया ने छोड़, क्रोध ने तज रै : तुम्हारी उम्र बीती चली जा रही है, तुम राम के नाम का सुमिरण करो।
थारा थर थर काँपे पाँव, धोळा ने लज रै : तुम्हारे पांवों में अब दम नहीं रहा है, बुढ़ापा आ गया है, पाँव थर थर काँपने लगे हैं। अब तुम सफ़ेद बालों की थोड़ी लाज/शर्म रखो।
थारे सर पर घूमें काळ, अगाड़ी चल रै : तुम्हारे सर पर काल घूम रहा है, तुम आगे (अगाडी) की राह पर चलो, संसार की क्रियाओं को छोड़कर हरी के नाम का सुमिरण करो।
थारी डगमग नाड़, कमर गई झुक रै : तुम्हारी गर्दन (नाड ) हिलने लगी है, बुढ़ापे के वश नियंत्रण से बाहर हो गई है। कमर आगे की तरफ झुक गई है।
थारी आँख्या स्यूं सूझे नहीं, कान गया रुझ रै : तुम्हे अब आखों से दिखना बंद हो गया है (सूझना-दिखाई देना ) कान भी तुम्हारे रुझ (बंद) हो गए हैं।
थारी परणी छोड्यो प्रेम, नाही थारी हद रे : अब तो तुमसे विवाह करके आई स्त्री भी तुमसे प्रेम नहीं करती है, प्रेम करना छोड़ दिया है।
थारे बेटा बोले बोल, मरेला कद रै : तुम्हारे बेटे तुमसे बोल बोलते हैं की तुम कब मरोगे ?
थारो धन जौबन दिन चार, रहवे नहीं फिर रै : तुम्हारा (थारा) धन और दौलत, योवन चार दिनों के हैं और फिर लौट के आने वाले नहीं है। यह स्थाई नहीं है।
भाई जावता नहीं लागे बार, साँच ने सुण रै : सच्ची बात सुनों, इनको जाते हुए देर नहीं लगती है।
थारी मोह माया ने छोड़, क्रोध ने तज रै : मोह माया को छोड़कर, काम और क्रोध को छोड़ दो।
भाई कह गया दास कबीर, सांगो गयो लद रै : कबीर साहेब वाणी देते हैं की तुम्हारा सांगा (खेल, छलावा) पूर्ण हो (लद ) गया है।
थारो लेखों ले सी राम, मरेला जद रै : मरने के उपरान्त तुम्हारे कर्मों का लेखा राम जी के द्वारा लिया जाना है।
थारा थर थर काँपे पाँव, धोळा ने लज रै : तुम्हारे पांवों में अब दम नहीं रहा है, बुढ़ापा आ गया है, पाँव थर थर काँपने लगे हैं। अब तुम सफ़ेद बालों की थोड़ी लाज/शर्म रखो।
थारे सर पर घूमें काळ, अगाड़ी चल रै : तुम्हारे सर पर काल घूम रहा है, तुम आगे (अगाडी) की राह पर चलो, संसार की क्रियाओं को छोड़कर हरी के नाम का सुमिरण करो।
थारी डगमग नाड़, कमर गई झुक रै : तुम्हारी गर्दन (नाड ) हिलने लगी है, बुढ़ापे के वश नियंत्रण से बाहर हो गई है। कमर आगे की तरफ झुक गई है।
थारी आँख्या स्यूं सूझे नहीं, कान गया रुझ रै : तुम्हे अब आखों से दिखना बंद हो गया है (सूझना-दिखाई देना ) कान भी तुम्हारे रुझ (बंद) हो गए हैं।
थारी परणी छोड्यो प्रेम, नाही थारी हद रे : अब तो तुमसे विवाह करके आई स्त्री भी तुमसे प्रेम नहीं करती है, प्रेम करना छोड़ दिया है।
थारे बेटा बोले बोल, मरेला कद रै : तुम्हारे बेटे तुमसे बोल बोलते हैं की तुम कब मरोगे ?
थारो धन जौबन दिन चार, रहवे नहीं फिर रै : तुम्हारा (थारा) धन और दौलत, योवन चार दिनों के हैं और फिर लौट के आने वाले नहीं है। यह स्थाई नहीं है।
भाई जावता नहीं लागे बार, साँच ने सुण रै : सच्ची बात सुनों, इनको जाते हुए देर नहीं लगती है।
थारी मोह माया ने छोड़, क्रोध ने तज रै : मोह माया को छोड़कर, काम और क्रोध को छोड़ दो।
भाई कह गया दास कबीर, सांगो गयो लद रै : कबीर साहेब वाणी देते हैं की तुम्हारा सांगा (खेल, छलावा) पूर्ण हो (लद ) गया है।
थारो लेखों ले सी राम, मरेला जद रै : मरने के उपरान्त तुम्हारे कर्मों का लेखा राम जी के द्वारा लिया जाना है।
Anil Nagori थारी उम्र बिती जाय राम ने भज रे अनिल नागौरी
Krodh Ne Taj Rai,
Thaari Umar Biti Jaay Re,
Raamaji Ne Bhaj Rai.
Thaara Thar Thar Kaanpe Paanv,
Dhola Ne Laj Rai,
Thaare Sar Par Ghumen Kaal,
Agaadi Chal Rai,
Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Krodh Ne Taj Rai,
Ho, Krodh Ne Taj Re,
Thaari Umar Biti Jaay Re,
Raamaji Ne Bhaj Rai.
Thaari Dagamag Naad,
Kamar Gai Jhuk Rai,
Ho, Kamar Gayi Jhuk Re,
Thaari Aankhya Syun Sujhe Nahin,
Kaan Gaya Rujh Rai,
Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Krodh Ne Taj Rai,
Ho, Krodh Ne Taj Re,
Thaari Umar Biti Jaay Re,
Raamaji Ne Bhaj Rai.
Thaari Parani Chhodyo Prem,
Naahi Thaari Had Re,
Thaare Beta Bole Bol,
Marela Kad Rai,
Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Krodh Ne Taj Rai,
Ho, Krodh Ne Taj Re,
Thaari Umar Biti Jaay Re,
Raamaji Ne Bhaj Rai.
Thaaro Dhan Jauban Din Chaar,
Rahave Nahin Phir Rai,
Bhai Jaavata Nahin Laage Baar,
Saanch Ne Sun Rai,
Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Krodh Ne Taj Rai,
Ho, Krodh Ne Taj Re,
Thaari Umar Biti Jaay Re,
Raamaji Ne Bhaj Rai.
Bhai Kah Gaya Daas Kabir,
Saango Gayo Lad Rai,
Thaaro Lekhon Le Si Raam,
Marela Jad Rai,
Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Krodh Ne Taj Rai,
Ho, Krodh Ne Taj Re,
Thaari Umar Biti Jaay Re,
Raamaji Ne Bhaj Rai.
Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Krodh Ne Taj Rai,
Thaari Umar Biti Jaay Re,
Raamaji Ne Bhaj Rai.