माँ अम्बे हर साल यूँ ही घर मेरे आते रहना

माँ अम्बे हर साल यूँ ही घर मेरे आते रहना भजन

 (मुखड़ा)
माँ अंबे, हर साल यूँ ही,
घर मेरे आते रहना,
नवरात्रों में यूँ ही सदा,
सुख बरसाते रहना।।

(अंतरा)
आपके आने से ही मैया,
मन पावन हो जाता है,
आपके मंदिर से ही मैया,
घर आँगन हो जाता है,
सिंह सवारी जब आती हो,
लेके खुशी के रंग आती हो,
प्यार की मूरत हो मैया,
प्यार लुटाते रहना,
माँ अंबे, हर साल यूँ ही,
घर मेरे आते रहना।।

जब से तुम्हारे चरण पड़े हैं,
मेरे भाग्य की चौखट पे,
तब से मेहरबान हैं माँ लक्ष्मी,
हर पल मेरी किस्मत पे,
मंगल ही मंगल है मैया,
जब से मिली है आपकी सेवा,
अपना आशीर्वाद हमेशा,
हम पे लुटाते रहना,
माँ अंबे, हर साल यूँ ही,
घर मेरे आते रहना।।

सफल हुए हैं कारज सारे,
कोई काम नहीं जीवन में,
हमको हमेशा बाँधे रखना,
अपने प्रेम के बंधन में,
मैया, यूँ ही निभाते रहना,
नाता यूँ ही निभाते रहना,
दर्शन दीवानी अँखियों को,
दरस दिखाते रहना,
माँ अंबे, हर साल यूँ ही,
घर मेरे आते रहना।।

(पुनरावृति)
माँ अंबे, हर साल यूँ ही,
घर मेरे आते रहना,
नवरात्रों में यूँ ही सदा,
सुख बरसाते रहना।।


मां अम्बे हर साल यूं ही घर मेरे आते रहना#Maa Ambe har saal yu hi ghar # माता का भजन #neelimagupta
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