मिलदा नसीबां नाल तेरे जेहा सोहणा लिरिक्स Milada Naseeba Naal Lyrics

मिलदा नसीबां नाल तेरे जेहा सोहणा लिरिक्स Milada Naseeba Naal Lyrics, Krishna Bhajan by Hita Ambrish Ji

मिलदा नसीबां नाल हो.....
मिलदा नसीबां नाल तेरे जेहा सोणा, तेरे जेहा सोणा
तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
वे तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
रस्ता मेरे सोणे दा सोणा जेड़ा इस्ते जावे
रस्ता मेरे सोणे दा सोणा जेड़ा इस्ते जावे
सोणा चले, सोणा हंसे, सोणा पीवे-खावे
सोणा चले, सोणा हंसे, सोणा पीवे-खावे
फड़ लेया पल्ला तेरा हो......
फड़ लेया पल्ला तेरा हो जाए जो होणा,
हो जाए जो होणा
वे तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
वे तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
वे तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
वे तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
सोणे दे जो रंग मैं डीठे सबे सोणे लगे
सोणे दे जो रंग मैं डीठे सबे सोणे लगे
सोणा मेरा प्रीतम प्यारा हर थां सोणा लगे
सोणा मेरा प्रीतम प्यारा हर थां सोणा लगे
सोणे दे जो रंग मैं डीठे सबे सोणे लगे
सोणे दे जो रंग मैं डीठे सबे सोणे लगे
सोणा मेरा प्रीतम प्यारा हर थां सोणा लगे
सोणा मेरा प्रीतम प्यारा हर थां सोणा लगे
फड़े लेया पल्ला तेरा हो.....
फड़ लेया पल्ला तेरा हो जाए जो होणा,
हो जाए जो होणा
तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
वे तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
वे तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
वे तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा

अच्छा चलो आज आपके साथ एक और सीक्रेट शेयर करता हूँ। बहुत सारे लोग कभी शम्भू जी से, कभी जो व्यक्ति मेरी गाड़ी चलाता है उससे, जो मेरा खाना पकाता है उससे। ऐसे पूछते हैं, अच्छा, तो महाराज जी कब सोते हैं? कब जगते हैं,? क्या खाते हैं? क्या पीते हैं? चेहरे पर क्या लगाते हैं? हाथ ऊँचा करके बताओ आप में से कितने लोग सोचते हो ऐसा? मुझे पता पड़ जाता है, खबर पड़ती है मुझे। कभी यहाँ से, कभी वहाँ से। 

मैं तो खाक का था जर्रा और मेरी क्या थी हस्ती
और यूँ ठोकरे खा रहा था तूफां में जैसे कश्ती
मेरा कौन आसरा था तेरी बंदगी से पहले
और मुझे कौन पूछता था तेरी बंदगी से पहले।
एक, एक उत्तर है सब प्रश्नों का
सोणा मेरा सबतों सोणा मैं सोणे दा चाकर
सोणा मेरा सबतों सोणा मैं सोणे दा चाकर

 (आपके जीवन में जो अभाव है, आपके जीवन में जो दुविधा है, आपके जीवन में जो अपूर्णता है, जो कुटिलता है, जो कलमश है, जो अनचाहा है, जो अवांछित है। इस कृष्ण रूप चिंतामणि का स्पर्श मात्र और आपका मन रखने के लिए नहीं कहता। आपका मन परखने के लिए भी नहीं कहता। मन संवर जाए इसीलिए कहता हूँ,  निखर जाए इसीलिए कहता हूँ। इस कृष्ण रूप चिंतामणि का स्पर्श मात्र जीवन के सब अभाव पूर्ण करेगा।
आप इसी जीवन में; किसी ने कहा और बहुत सुन्दर बात है कि इच्छा के रहते प्राण चले गए तो मृत्यु हो गई और प्राणों के रहते इच्छा चली जाए तो मोक्ष है। इस जीवन के रहते आप कभी अनुभव करें, जीवन के इस सौन्दर्य का,
जीवन की मस्ती ही जीवन की सुन्दरता है। जब आप निर्भार हो, जब आप निर्द्वन्द हो, जब भीतर से आप कभी ऐसे सबल हों कि हमको मिला जियावन हारा हम ना मरे मरी हैं संसारा कभी आप जीवन में अनुभव करें इस मस्ती का। यही जीवन का सौन्दर्य है। बाकी तो तन का सौन्दर्य आज है
‘‘अरथ न धरम न काम रुचि गति न चहउँ निरबान।
जनम-जनम रति राम पद यह बरदानु न आन’’
‘‘जेंहि जोनि जन्मौं कर्म बस तहँ राम पद अनुरागऊँ’’
मेरे राधावल्लभलाल मन रखियो अपने चरणन में
तेरे नाल हंसणा ते हो.....
तेरे नाल हंसणा ते तेरे नाल रोणा, तेरे नाल रोणा
वे तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
वे तेरे जेहा सोणा होर नइयो होणा
श्री राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा.....
राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा.....
लाडली राधा किशोरी राधा
लाडली राधा किशोरी राधा
लाडली राधा किशोरी राधा
जय जय वृषभानु दुलार की, जय अलबेली सरकार की
जय जय वृषभानु दुलार की, जय अलबेली सरकार की
जय जय वृषभानु दुलार की, जय अलबेली सरकार की
जय जय वृषभानु दुलार की, जय अलबेली सरकार की
जय स्वामिनी नंद कुमार की
जय स्वामिनी नंद कुमार की
जय रसिकन की रखवार की
जय रसिकन की रखवार की
जय जय वृषभानु दुलार की, जय अलबेली सरकार की
जय जय वृषभानु दुलार की, जय अलबेली सरकार की
जय सखियन प्राणाधार की
जय सखियन प्राणाधार की
जय करूणा की भण्डार की
जय करूणा की भण्डार की
जय जय वृषभानु दुलार की, जय अलबेली सरकार की
जय जय वृषभानु दुलार की, जय अलबेली सरकार की
श्री राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा.....
श्री राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा.....
ओ... अब तो कृपा करो श्री राधा, अब तो कृपा करो श्री राधा
ओ... अब तो कृपा करो श्री राधा, अब तो कृपा करो श्री राधा
ओ... अब तो कृपा करो श्री राधा, अब तो कृपा करो श्री राधा
ओ... अब तो कृपा करो श्री राधा, अब तो कृपा करो श्री राधा
ओ... अब तो कृपा करो श्री राधा, अब तो कृपा करो श्री राधा
ओ... अब तो कृपा करो श्री राधा, अब तो कृपा करो श्री राधा
ओ... अब तो कृपा करो श्री राधा, अब तो कृपा करो श्री राधा
लाडली चरणन रख लीजै, किशोरी सेवा में लीजै
सब जंजाल छुड़ाए वास वृंदावन को दीजौ।

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