श्याम श्याम रटूं श्याम, श्याम श्याम जपूँ श्याम, मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हूँ दीवानी, श्याम के सिवा ना मेरी किसे ने जानी, मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हूँ दीवानी।
नांच नांच मैं तो मेरे श्याम को रिझाऊँगी, लेके इक तारा मैं तो श्याम श्याम गाऊँगी, करदी है नाम मैंने उसके ज़िंदगानी मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हूँ दीवानी।
मेरा रोम रोम मेरे साँवरे का हो गया, उसके ख़यालों में ही दिल मेरा खो गया, उस से ही प्रीत मेरी जानी पहचानी, मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हूँ दीवानी।
बनूँगी जोगिनिया मैं तो सांवरे के नाम की, जैसे बनी मीरा प्यारे राधे घनश्याम की, उसकी शरण में ज़िंदगी बितानी, मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हूँ दीवानी।
मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हूँ दीवानी, श्याम के सिवा ना मेरी किसे ने जानी, मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हूँ दीवानी।
Main To Mere Shyam Ki Deewani || मैं तो मेरे श्याम की दीवानी || Shri Krishna Bhajan || Mona Mehta
Shyaam Shyaam Ratun Shyaam, Shyaam Shyaam Japun Shyaam, Main To Mere Shyaam Ki Divaani Hun Divaani, Shyaam Ke Siva Na Meri Kise Ne Jaani, Main To Mere Shyaam Ki Divaani Hun Divaani.
Naanch Naanch Main To Mere Shyaam Ko Rijhaungi, Leke Ik Taara Main To Shyaam Shyaam Gaungi, Karadi Hai Naam Mainne Usake Zindagaani Main To Mere Shyaam Ki Divaani Hun Divaani.