रोये जो श्याम का प्रेमी, उसे श्याम ही धीर बँधाए, जिसे सांवरिया ही रुलाए, उसे कौन कौन हँसाये, उसे कौन कौन हँसाये।
दौलत शौहरत मत मांगो, बस मांगो साथ प्रभु का, कैसी भी कोई घड़ी हो, हो सर पे हाथ प्रभु का, जो प्रेमी राह से भटके, प्रभु मंजिल तक पहुंचाए, जो प्रभु से हाथ छुड़ाए, उसे कौन चलाए,
रोये जो श्याम का प्रेमी, उसे श्याम ही धीर बँधाए, जिसे सांवरिया ही रुलाए, उसे कौन कौन हँसाये, हाँ, उसे कौन कौन हँसाये।
सुख दुख आते जाते हैं, ये खेल है इस जीवन का, कर्मो की बात है प्यारे, ये मौका प्रभु सुमिरन का, जो भाव भजन में डूबे, उन्हें सत्संग पार लगाए, जो सत्संग में इतराए, उन्हें कौन बचाए,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi,Sanjay Mittal Bhajan Lyrics in Hindi
रोये जो श्याम का प्रेमी, उसे श्याम ही धीर बँधाए, जिसे सांवरिया ही रुलाए, उसे कौन कौन हँसाये, हाँ, उसे कौन कौन हँसाये।
जो शरणागत हो जाता, उसे सांवरा गले लगाए, रोमी के हर संकट में, ये मोरछड़ी लहराए, जो हार के दर पे आए, सांवरिया जीत दिलाए, सांवरिया जिसको हराए, रोये जो श्याम का प्रेमी,
उसे श्याम ही धीर बँधाए, जिसे सांवरिया ही रुलाए, उसे कौन कौन हँसाये, हाँ, उसे कौन कौन हँसाये।
रोए जो श्याम का प्रेमी, उसे श्याम ही धीर बँधाये, जिसे सांवरिया ही रुलाये, उसे कौन कौन हँसाये, उसे कौन कौन हँसाये।