कभी तो गरीबों के घर आजा

कभी तो गरीबों के घर आजा

ओ घेरा दुःख ने है पाया,
घेरा दुःख ने है पाया,
जान लबा उत्ते आई, तू वि सुनी ना दुहाई,
हो तू वि सुनी ना दुहाई, माये सुनी ना दुहाई।

आँखों में आंसू भर के देते है दुहाई,
आँखों में आंसू भर के देते है दुहाई,
कभी तो गरीबों के घर आजा माहामाई,
आँखों में आंसू भर के,
खो गया दुश्मन अपना ही साया,
क्यों तुमको हम पर रहम ना आया,
अब तो घटाए गम की,
हो… अब तो घटाए गम की ज़िन्दगी में छायी,
कभी तो गरीबों के घर आजा माहामाई,
आँखों में आंसू भर के।

हाय ठोकर है, दिल टूट गया,
लगता है जहां ही रूठ गया,
हम जिसको बसाते उजड़ गयी,
माँ वो भी हम को लूट गया,
सब वैर यहाँ कोई ग़मख़ार ना,
अब तो किस दिन ही हमको ऐतबार माँ,
देके मोहब्बत हमने,
हो… देके मोहब्बत हमने नफरत ही पायी,
कभी तो गरीबों के घर आजा माहामाई,
आँखों में आंसू भर के देते है दुहाई
कभी तो गरीबों के घर आजा माहामाई
आँखों में आंसू भर के।

जग मतलब का, नहीं उससे गिला,
नफरत ही सही चल कुछ तो मिला,
पर तुम तो दया की देवी हो,
ना सोचा हमारा तुमने भला,
ये दुनिया रही दिन रात सता,
अब जाये कहाँ मैया तू ही बता,
तुमको निर्दोषो की माँ,
हो… तुमको निर्दोषो की माँ याद क्यों ना आयी,
कभी तो गरीबों के घर आजा माहामाई,
आँखों में आंसू भर के देते है दुहाई,
कभी तो गरीबों के घर आजा माहामाई,
आँखों में आंसू भर के देते है दुहाई,
कभी तो गरीबों के घर आ जा माहामाई
आँखों में आंसू भर के।


Kabhi Garibon Ke Ghar Aaja Maa (कभी गरीबों के घर आजा माँ) | Jaspinder Narula | Mata Bhajan 2021

O Ghera Dukh Ne Hai Paya
ओ घेरा दुःख ने है पाया
Ghera Dukh Ne Hai Paya
घेरा दुःख ने है पाया
Jane Na Bahut Aayi Tu Vi Suni Na Duhai
जाने ना बहुत आयी तू वि सुनी ना दुहाई
Next Post Previous Post