कानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत ओ म्हे तो अवध

कानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत ओ म्हे तो अवध कुँवारी

प्रीत रे, क़ानूड़ो ना जाने,
म्हारी प्रीत,
ओ म्हे तो अवध कुँवारी रे,
ओ म्हे तो कन्या कुँवारी रे,
कानूड़ो ना जाणे म्हारी प्रीत।

म्हे तो गई थी पनियाँ भरण को,
सांवरो ने पकड़ो मोरो चीर,
चीर फाड़ चीर रा, रा रा रा,
क़ानूड़ो ना जाने, म्हारी प्रीत,
कानूड़ो ना जाणे म्हारी प्रीत।
ढोला ...............।

मैं तो गई थी यमुना तट को,
मैं तो गई थी यमुना तट को,
सांवरो फोड़ी मोरी मटकी,
कैसे कांपी थारा रा रा,
क़ानूड़ो ना जाने, म्हारी प्रीत,
कानूड़ो ना जाणे म्हारी प्रीत।
ढोला ...............।

मैं तो गई थी वृन्दावन को,
मैं तो गई थी वृन्दावन को,
सांवरो ने पकड़ो मोरो हाथ,
चूड़ी टूटी खन, न, न, न, न,
क़ानूड़ो ना जाने, म्हारी प्रीत,
कानूड़ो ना जाणे म्हारी प्रीत।
ढोला ...............।

क़ानूड़ो ना जाने,
म्हारी प्रीत,
ओ म्हे तो अवध कुँवारी रे,
ओ म्हे तो कन्या कुँवारी रे,
कानूड़ो ना जाणे म्हारी प्रीत।

भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan) 

क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत | Kanudo Naa Jaane Mhari Preet | Krishna Bhajan 2021 by Raju Pardeshi

Prit Re, Qaanudo Na Jaane,
Mhaari Prit,
O Mhe To Avadh Kunvaari Re,
O Mhe To Kanya Kunvaari Re,
Kaanudo Na Jaane Mhaari Prit.

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