कात्यायनी माता महामंत्र : इस मन्त्र का जाप करें नवरात्रि के छठे दिवस Mata Katyaayani Mantra
चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना।कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी॥
| Chandrahasojjwalkara Shardoolvaravahana |
|| Katyayani Shubham Dadyad Devi Danavaghatini ||
नवरात्रि का छठा दिन माता कात्यायनी को समर्पित होता है। माता रानी देवी कात्यायनी नवरात्रि के छठे दिन पूजनीय हैं और शुभ हैं। माता कात्यायनी के जन्म के पीछे एक दिलचस्प प्रचलित है जिसे आप संक्षेप में जानिये की ऋषि कात्यायन देवी दुर्गा के एक भक्त थे। उनकी भक्ति और आराधना से प्रभावित होकर, देवी दुर्गा ने देवी के पिता बनने की ऋषि की इच्छा को स्वीकार किया। माता रानी तलवार, ढाल और कमल धारण करती है और उसकी 18 भुजाएँ और तीन आँखें हैं। देवी कात्यायनी के आशीर्वाद से उपासकों के पाप धुल जाते हैं, अतः आप भी माता के इस मन्त्र का पाठ करें और माता रानी के आशीर्वाद से आपके सभी संकट दूर हों।
भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Read More : Mata Rani Bhajan)