कालरात्रि माता मन्त्र समस्त बाधाएं करे दूर
कालरात्रि माता मन्त्र समस्त बाधाएं करे दूर
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा,
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा,
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा,
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
शुभ नवरात्रि का सातवां दिन माता कालरात्रि को समर्पित होता है। माता रानी कालरात्रि की सवारी गधे की होती हैं। माता कालरात्रि को दुर्गा का सबसे आक्रामक और रौद्र रूप माना जाता है। माता अपने उग्र स्वभाव के बावजूद, वह अपने भक्तों से आशीर्वाद के खजाने लुटाती हैं। उसकी पूजा करने से किसी के जीवन में ग्रहों के बुरे प्रभाव समाप्त हो जाते हैं, अशुभ शक्तियां हमसे दूर होती है और जीवन में खुशियां आती है। माता रानी अपने भक्तों के समस्त कष्टों और बाधाओं को दूर करती है।
भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Read More : Mata Rani Bhajan)
Vaamapaadollasallohalataakantakabhushana,
Vardhanamurdhadhvaja Krshna Kaalaraatrirbhayankari.
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