मेरा श्याम बड़ा अलबेला मेरी मटकी को मार

मेरा श्याम बड़ा अलबेला मेरी मटकी को मार गया ढेला

मेरा श्याम बड़ा अलबेला,
मेरी मटकी को मार गया ढेला,
कभी राधा के संग,
कभी रुकमण के संग,
कभी रास रचाए अकेला,
मेरी मटकी को मार गया ढेला,
मेरा श्याम बड़ा अलबेला,
मेरी मटकी को मार गया ढेला।

कभी गंगा के तीर,
कभी यमुना के तीर,
कभी सरयू नहाए, अकेला,
मेरी मटकी को मार गया ढेला,
मेरा श्याम बड़ा अलबेला,
मेरी मटकी को मार गया ढेला।

कभी चंदा के संग,
कभी सूरज के संग,
कभी तारों के, कभी तारों के संग,
खेल खेला,
मेरी मटकी को मार गया ढेला,
मेरा श्याम बड़ा अलबेला,
मेरी मटकी को मार गया ढेला।

कभी ग्वालों के संग,
कभी गोपियों के संग,
कभी ग्वालों के संग,
कभी गोपियों के संग,
कभी गउए चराए अकेला,
मेरी मटकी को मार गया ढेला,
मेरा श्याम बड़ा अलबेला,
मेरी मटकी को मार गया ढेला।

 
भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)

अलबेला || Albela || Dandiya Special || Shyam Agarwal || Sci Bhajan Official

Mera Shyaam Bada Alabela,
Meri Mataki Ko Maar Gaya Dhela,
Kabhi Raadha Ke Sang,
Kabhi Rukaman Ke Sang,
Kabhi Raas Rachae Akela,
Meri Mataki Ko Maar Gaya Dhela,
Mera Shyaam Bada Alabela,
Meri Mataki Ko Maar Gaya Dhela.
Next Post Previous Post