रस भरे रसिया के बड़े रसीले नैना लिरिक्स

रस भरे रसिया के बड़े रसीले नैना लिरिक्स Ras Bhare Rasiya Ke Bhajan

रस भरे रसिया के बड़े रसीले नैना,
बड़े रसीले नैना सखियों,
बड़े रसीले नैनां सखियों,
बड़े रसीले नैना,
रस भरे रसिया के बड़े रसीले नैना।

नैनों से ये सबको नचावत,
मंद मंद होठों से मुस्कावत,
अपनी अदा से सबको रिझावत,
मुख कुछ बोले ना,
रस भरे रसिया के बड़े रसीले नैना।

पीला पीताम्बर तन पे सुहाए,
देख देख ऋतु राज लजाए,
झलक ना इनकी झेल सके कोई,
जो दिन लगे रैन,
रस भरे रसिया के बड़े रसीले नैना।

मोर मुकुट माथे पर साजै,
देख देख मन मोरा नाजै,
चल की लत लटके लटकन पे,
राधा के मन की मैन
रस भरे रसिया के बड़े रसीले नैना।

रास बिहारी रास के सागर,
मेरे मन की खाली गागर,
भर के जीवन में रस भर दो,
छैल छबीला कान्हाँ,
रस भरे रसिया के बड़े रसीले नैना।

रस भरे, हाँ रस भरे रसिया के,
रस भरे रसिया के बड़े रसीले नैना,
बड़े रसीले नैना सखियों,
बड़े रसीले नैनां सखियों,
बड़े रसीले नैना,
रस भरे रसिया के बड़े रसीले नैना।

 

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