ले श्याम शरण, मिटे हर उलझन, तू आजा रे दीवाने दरबार। दरबार में खाटू वाले के, दुःख दर्द मिटाए जाते हैं, गर्दिश के सताए लोग यहाँ, सीने से लगाए जाते हैं। दरबार में खाटू वाले के, दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।
ये महफ़िल है मतवालों की, हर भक्त यहाँ मतवाला है, भर भर के जाम इबादत के,
यहाँ खूब पिलाए जाते हैं, दरबार में खाटू वाले के, दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।
जिन भक्तों पे ऐ जग वालों, है खास इनायत इस दर की, उनको ही बुलावा आता है, दरबार बुलाए जाते हैं, दरबार में खाटू वाले के, दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।
क़िस्मत के मारे कहाँ रहे,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi
जिनका ना ठौर ठिकाना है, जो श्याम शरण में आते है, पलकों पे बिठाए जाते हैं, दरबार में खाटू वाले के, दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।
मत घबराओ ऐ जग वालों, इस दर पे शीश झुकाने से, जिनका भी झुका है शीश यहाँ, मुकाम वो ऊँचा पाते हैं, दरबार में खाटू वाले के, दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।
दरबार में खाटू वाले के, दुःख दर्द मिटाए जाते हैं, गर्दिश के सताए लोग यहाँ, सीने से लगाए जाते हैं। दरबार में खाटू वाले के, दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।