दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाए

दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते हैं

ले श्याम शरण, मिटे हर उलझन,
तू आजा रे दीवाने दरबार।
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं,
गर्दिश के सताए लोग यहाँ,
सीने से लगाए जाते हैं।
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

ये महफ़िल है मतवालों की,
हर भक्त यहाँ मतवाला है,
भर भर के जाम इबादत के,
यहाँ खूब पिलाए जाते हैं,
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

जिन भक्तों पे ऐ जग वालों,
है खास इनायत इस दर की,
उनको ही बुलावा आता है,
दरबार बुलाए जाते हैं,
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

क़िस्मत के मारे कहाँ रहे,
जिनका ना ठौर ठिकाना है,
जो श्याम शरण में आते है,
पलकों पे बिठाए जाते हैं,
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

मत घबराओ ऐ जग वालों,
इस दर पे शीश झुकाने से,
जिनका भी झुका है शीश यहाँ,
मुकाम वो ऊँचा पाते हैं,
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं,
गर्दिश के सताए लोग यहाँ,
सीने से लगाए जाते हैं।
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)

दरबार - Darbar - खाटू श्याम जी का सुपरहिट भजन - Vivek Sharma 'Jitu ' #SaawariyaMusic

Le Shyaam Sharan, Mite Har Ulajhan,
Too Aaja Re Deevaane Darabaar.
Darabaar Mein Khaatoo Vaale Ke,
Duhkh Dard Mitae Jaate Hain,
Gardish Ke Satae Log Yahaan,
Seene Se Lagae Jaate Hain.
Darabaar Mein Khaatoo Vaale Ke,
Duhkh Dard Mitae Jaate Hain.
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