यह भजन माँ जगदंबा के आगमन और उनकी कृपा की महिमा का गुणगान करता है। भक्त माँ से अपने कष्टों को दूर करने की प्रार्थना करता है और विश्वास रखता है कि माँ पल में उसकी झोली भर देंगी। ऋषि-मुनि और भक्तजन माँ को सर्वव्यापी बताते हैं और माँ के सानिध्य में रहने की कामना करते हैं।