मैने जब से मनाई शेरावाली मेरे घर में है हर दिन दिवाली
मैने जब से मनाई शेरावाली मेरे घर में है हर दिन दिवाली
मैंने जब से मनाई शेरावाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
मेरी मैया की शान निराली है,
अपने भक्तों की करे रखवाली है,
माँ ने मुझ पर नज़र जो डाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
दानव को रण में मार दिया,
संतों को भव से पार किया,
बड़ी प्यारी है शेरावाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
मैंने शरण जो माँ की पाई है,
मेरी चिंता माँ ने मिटाई है,
नाचूँ गाऊँ बजाऊँ मैं ताली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
सुरेन्द्र सिंह का ये तराना है,
मेरा दिल तो माँ का दिवाना है,
मैंने सेवा जो माँ की ठानी,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
मैंने जब से मनाई शेरावाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
मेरी मैया की शान निराली है,
अपने भक्तों की करे रखवाली है,
माँ ने मुझ पर नज़र जो डाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
दानव को रण में मार दिया,
संतों को भव से पार किया,
बड़ी प्यारी है शेरावाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
मैंने शरण जो माँ की पाई है,
मेरी चिंता माँ ने मिटाई है,
नाचूँ गाऊँ बजाऊँ मैं ताली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
सुरेन्द्र सिंह का ये तराना है,
मेरा दिल तो माँ का दिवाना है,
मैंने सेवा जो माँ की ठानी,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
मैंने जब से मनाई शेरावाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।
Title
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर हरियाणवी भजन भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |
