फसी भँवर में थी मेरी नैया, चलाई तूने तो चल पड़ी है, पड़ी जो सोई थी मेरी क़िस्मत, पड़ी जो सोई थी मेरी किस्मत, वो मौज़ करने निकल पड़ी है, फसी भँवर में थी मेरी नैया, चलाई तूने तो चल पड़ी है।
भरोसा था मुझको मेरे बाबा, यकीन था तेरी रहमतों पे, था बैठा चोखट पे तेरी कब से,
था बैठा चोखट पे तेरी कब से, निगाहें निर्धन पे अब पड़ी है, फंसी भँवर में थी मेरी नैया, चलाई तूने तो चल पड़ी है।
सजाऊँ तुझको निहारूँ तुझको, पखारूँ चरणों को मैं श्याम तेरे, मैं नाचूँ बनकर के मोर बाबा, मैं नाचूँ बनकर के मोर बाबा, ये भावनाएं मचल पड़ी है, फंसी भंवर में थी मेरी नैया,
हँसे या कुछ भी कहे जमाना, जो रुठे तो कोई गम नहीं है, वो मगर जो रूठा तु लहरी मुझसे, वो मगर जो रूठा तु लहरी मुझसे, बहेगी अश्को की ये झड़ी है, फंसी भंवर में थी मेरी नैया, चलाई तूने तो चल पड़ी है।
फसी भंवर में थी मेरी नैया,
चलाई तूने तो चल पड़ी है, पड़ी जो सोई थी मेरी क़िस्मत, पड़ी जो सोई थी मेरी क़िस्मत, वो मोज करने निकल पड़ी है, फसी भँवर में थी मेरी नैया, चलाई तूने तो चल पड़ी है।
फंसी भंवर में थी मेरी नैया | "उमा लहरी" | भावपूर्ण भजन
आपने भजन " फंसी भंवर में थी मेरी नैया | "उमा लहरी" | भावपूर्ण भजन " के देखे ऐसे ही अन्य भजनों की देखने के लिए आप इस साईट पर विजिट जरुर करते रहें. प्रसिद्ध Krishna Bhajan भजन जिसका टाइटल फसी भँवर में थी मेरी नैया Fasi Bhanwar Me Thi Meri Naiya Lyrics है के लिरिक्स/बोल यहाँ दिए गए हैं। इस भजन के गायक Uma Lahari हैं और लेखक C S Lahari हैं। आशा है यह भजन आपको अवश्य ही पसंद आएगा।
इस भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिए गए हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.