हम श्याम के प्रेमी हैं श्याम पे मरते हैं

हम श्याम के प्रेमी हैं श्याम पे मरते हैं

हम श्याम के प्रेमी है,
हम श्याम पे मरते है,
जय श्री श्याम, जय श्री श्याम,
हम श्याम के प्रेमी है,
हम श्याम पे मरते है,
हम इन के भरोसे ही,
हर काम करते है,
हम श्याम के प्रेमी है,
हम श्याम पे मरते है।

दुनिया जमाने को बस,
ये बात खल रही है,
पतवार के बिना ही,
मेरी नाव चल रही है,
वो जितना जलते है,
हम उतना निखरते है,
हम इन के भरोसे ही,
हर काम करते है,
हम श्याम के प्रेमी है,
हम श्याम पे मरते है।

मेरे बोलने से पहले,
मेरा काम हो रहा है,
मेरी हैसियत से ज्यादा,
मेरा नाम हो रहा है,
हम इन की गोदी में,
आराम करते है,
हम इन के भरोसे ही,
हर काम करते है,
हम श्याम के प्रेमी है,
हम श्याम पे मरते है।

है श्याम की बदौलत,
हर भोर जिन्दगी की,
इन के ही हाथ में है,
अब डोर जिन्दगी की,
मेरी सांसों की किश्ते,
मेरे श्याम भरते है,
हम इन के भरोसे ही,
हर काम करते है,
हम श्याम के प्रेमी है,
हम श्याम पे मरते है।

है श्याम आसरे पर,
अपनी ये जिंदगानी,
आगाज भी इसी से,
इस पर खत्म कहानी,
सोनू जीवन अपना,
इन के नाम करते है,
हम इन के भरोसे ही,
हर काम करते है,
हम श्याम के प्रेमी है,
हम श्याम पे मरते है।

हम श्याम के प्रेमी है,
हम श्याम पे मरते है,
जय श्री श्याम, जय श्री श्याम,
हम श्याम के प्रेमी है,
हम श्याम पे मरते है,
हम इन के भरोसे ही,
हर काम करते है,
हम श्याम के प्रेमी है,
हम श्याम पे मरते है।

भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)
भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)



Shyam Ke Premi | हम श्याम के प्रेमी हैं श्याम पे मरते हैं | Gudiya Vibha Mishra | New Shyam Bhajan
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