खाटू के राजा तू लीले चढ़कर के आजा भजन लिरिक्स Khatu Ke Raja Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Sanjay Ji Mittal
ओ खाटू के राजा,तू लीले चढ़कर के आजा,
ओ कलयुग के राजा,
तू लीले चढ़कर के आजा,
संकट मेरे सिर पर भारी,
बाजी में मैं सब हारी,
मेरे संकट आके मिटाजा,
मेरे संकट आके मिटाजा,
सिर मोर छड़ी फिराज़ा,
ओ खाटू के राजा,
तू लीले चढ़कर के आजा।
दुनिया में प्रभु लाज का गहना,
सबसे महंगा होता है,
अपने हाथों लाज बचालूं,
ये ना मुझसे होता है,
मेरी लाज बचाने आजा,
हारे को जिताने आजा,
सिर मोर छड़ी तू फिराज़ा,
ओ खाटू के राजा,
तू लीले चढ़कर के आजा।
नैया जिसकी डूबती उसको,
कहीं ना सहारा मिलता है,
जिस नैया पे नज़रें हों तेरी,
उसको किनारा मिलता है,
मुझे देने सहारा आजा,
मुझे देने किनारा आजा,
सिर मोर छड़ी फिराज़ा,
ओ कलयुग के राजा,
तू लीले चढ़कर के आजा।
मैं मुश्किल में हूं प्रभु,
इसमें गलती ना कोई तुम्हारी है,
खुद पे भरोसा कर बैठा था,
ये ही गलती हमारी है,
मेरी गलती भुलाके आजा,
मेरा जीवन सफल बनाजा,
सिर मोर छड़ी तू फिराज़ा,
ओ खाटू के राजा,
तू लीले चढ़कर के आजा।
ओ खाटू के राजा,
तू लीले चढ़कर के आजा,
ओ कलयुग के राजा,
तू लीले चढ़कर के आजा,
संकट मेरे सिर पर भारी,
बाजी में मैं सब हारी,
मेरे संकट आके मिटाजा,
मेरे संकट आके मिटाजा,
सिर मोर छड़ी तू फिराज़ा,
ओ खाटू के राजा,
तू लीले चढ़कर के आजा,
ओ दुनिया के राजा,
तू लीले चढ़कर के आजा।
भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)
भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)