क्यों मांगता है झूठे जमाने से, क्यों मांगता है झूठे जमाने से, जब देता है बाबा खज़ाने से, जब देता है बाबा खज़ाने से।
हम तो तेरे सेवक हैं सदियों पुराने, चाहे तू माने चाहे ना माने, हम तो तेरे सेवक हैं सदियों पुराने, चाहे तू माने चाहे ना माने, हम तो आयें बाबा हैं तुझको रिझाने,
हम तो आयें बाबा हैं तुमको मानने, चाहे तू माने चाहे ना माने।
फूलों के बंगले में बाबा सजा है, मोर मुकुट सिर पे खूब जचा है, पछताएगा तू वक्त गंवाने से, जब देता है बाबा खज़ाने से, क्यों मांगता है झूठे जमाने से, क्यों मांगता है झूठे जमाने से, जब देता है बाबा खज़ाने से,