मुझे बड़ा भ्रम था पैसों का, ये महल ये बंगले मेरे हैं, जब इन्हें छोड़ मुझे जाना है, मैंने महल बनाना छोड़ दिया, मैंने जबसे गुरुजी तेरा नाम लिया, अभिमान दिखाना छोड़ दिया, ओ अभिमान दिखाना छोड़ दिया।
Guru Bhajan,Satguru Bhajan Lyrics in Hindi
मुझे बड़ा भ्रम था पैसों का, यह धन दौलत सब मेरी है, जब खाली हाथ मुझे जाना है, मैंने माया जोड़ना छोड़ दिया, मैंने जबसे गुरुजी तेरा नाम लिया, अभिमान दिखाना छोड़ दिया, ओ अभिमान दिखाना छोड़ दिया।
मुझे बड़ा भ्रम था काया का, ये चंचल काया मेरी है, जब जलकर राख हो जाना है,
मैंने इसे सजाना छोड़ दिया, मैंने जबसे गुरुजी तेरा नाम लिया, अभिमान दिखाना छोड़ दिया, ओ अभिमान दिखाना छोड़ दिया।