रे मन हरी सुमिरन कर लीजै
जय जय राम राम श्री राम,
जय जय राम राम श्री राम,
जय जय राम राम श्री राम,
जय जय राम राम श्री राम।
रे मन हरी सुमिरन कर लीजै,
हरी को नाम प्रेम सो जपियै,
हरी रस रसना पीजै,
रे मन हरी सुमिरन कर लीजै।
हरी गुण गाइए सुनिये निरंतर,
हरी चरणन चित्त दीजै,
हरी भक्तन की शरण ग्रहण करि,
हरी संग प्रीत करीजै,
रे मन हरी सुमिरन कर लीजै,
हरी हित खाइये, पहिरिये हरी हित,
हरी हित करम करिजै,
हरी हित हरीसन सब जग सी ये,
हरी हित मणि ही दीजै,
रे मन हरी सुमिरन कर लीजै।
रे मन हरी सुमिरन कर लीजै,
हरी को नाम प्रेम सो जपियै,
हरी रस रसना पीजै,
रे मन हरी सुमिरन कर लीजै।
भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)
भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)
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