सलोने सांवरे तुमको, मेरा मन याद करता है, चले आओ जहां हो तुम, मिलन को दिल तरसता है, सलोने सांवरे तुमको, मेरा मन याद करता है, चले आओ जहां हो तुम, मिलन को दिल तरसता है।
कभी हम साथ खेले थे, यही यमुना किनारों में, कभी झूले थे संग तेरे, वो सावन की फुहारों में, वही सावन वही झूले, ये मधुबन याद करता है, सलोने सांवरे तुमको, मेरा मन याद करता है।
मेरा मन चैन छीना है, तेरी मुरली की तानों ने, बहुत ढूंढा मिले ना तुम, मिलन के हर ठिकानों में, वही पनघट वही राहें, कदम ये याद करता है, सलोने सांवरे तुमको, मेरा मन याद करता है।
इंद्र बरसा था बन बादल, बचाया सब को था तुम ने, मेरे बरसे ये नैना, तरस ना खाया क्यों तुम ने, मेरी आंसू मेरी धड़कन, ये दिल फरियाद करता है, सलोने सांवरे तुमको, मेरा मन याद करता है।
सुनके विनती ये भक्तों की, ये रोशन चांद सितारे हैं, तेरे बिन श्याम मधुबन के, फीके ये नजारे हैं, सूना है मन का आंगन भी, निरंजन याद करता है, सलोने सांवरे तुमको, मेरा मन याद करता है।
सलोने सांवरे तुमको, मेरा मन याद करता है, चले आओ जहां हो तुम, मिलन को दिल तरसता है, सलोने सांवरे तुमको, मेरा मन याद करता है, चले आओ जहां हो तुम, मिलन को दिल तरसता है।