जब भी तेरे भक्तों पे कोई संकट आया है
जब भी तेरे भक्तों पे कोई संकट आया है
जब भी तेरे भक्तों पे,कोई संकट आया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
उस संकट को हरने,
बाबा तु ही आया है।
श्री श्याम बहादुर जी,
दर्शन को आए थे,
दरबार तेरे के श्याम,
ताले बंद पाये थे,
वो मोर छड़ी बनकर,
तु ही तो आया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है।
मां के वचनों का श्याम,
तू ने मान बढ़ाया था,
उस वचन के खातिर तो,
ये शीश गवाया था,
दानी तुम जैसा श्याम,
कोई हो नही पाया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है।
रो रो रोकर जब भी श्याम,
मैंने तुम को बुलाया है,
तू खाटू से बाबा,
नीले चढ़ आया है,
जिंदल के अशकों का,
तूने मोल बढ़ाया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है।
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
उस संकट को हरने,
बाबा तु ही आया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
उस संकट को हरने,
बाबा तु ही आया है।
भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)
भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)
संकट हरने बाबा आया है | Sankat Harne Baba Aaya Hai | Baba Shyam Khatu Wale New Bhajan| Jatin Jindal