जब भी मुझ पे पड़ी मुसीबत, आता है तू दौड़ के, शुकर करू तेरा खाटू वाले, दोनों हाथ मैं जोड़ के, जब भी मुझ पे पड़ी मुसीबत, आता है तू दौड़ के, शुकर करू तेरा खाटू वाले, दोनों हाथ मैं जोड़ के।
हार रहा था जब मैं बाबा, तूने साथ निभाया था, बेगाना समझा था जग ने, तूने अपना बनाया था,
हर पल मेरे साथ तू रहना, कभी ना जाना छोड़ के, शुकर करू तेरा खाटू वाले, दोनों हाथ मैं जोड़ के, शुकर करू तेरा खाटू वाले, दोनों हाथ मैं जोड़ के।
कितनी विपदा चाहे कड़ी हो, मुझ को नहीं सताती है, जब तेरी मोरछड़ी की छाया, मेरे सिर लहराती है, तेरे रहते कोई नहीं है जो, मुझ को फिर तोड़ दे,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi,Krishna Bhajan Lyrics Hindi
शुकर करू तेरा खाटू वाले, दोनों हाथ मैं जोड़ के, शुकर करू तेरा खाटू वाले, दोनों हाथ मैं जोड़ के।
जीवन में अब ना कुछ ना चाहूं, कोई ना अब दरकार है, तेरी कृपा जो बरस रही है, मुझ पे अपरम्पार है, थामे रहना हाथ हरि अब, जीवन के हर मोड़ पे, शुकर करू तेरा खाटू वाले, दोनों हाथ मैं जोड़ के,
शुकर करू तेरा खाटू वाले, दोनों हाथ मैं जोड़ के।
जब भी मुझ पे पड़ी मुसीबत, आता है तू दौड़ के, शुकर करू तेरा खाटू वाले, दोनों हाथ मैं जोड़ के, जब भी मुझ पे पड़ी मुसीबत, आता है तू दौड़ के, शुकर करू तेरा खाटू वाले, दोनों हाथ मैं जोड़ के।