मेरे घर आये प्रभु हनुमान

मेरे घर आये प्रभु हनुमान

मेरे घर आये प्रभु हनुमान,
सकल मनोरथ सिद्ध हुई है,
अब होगा कल्याण,
मेरे घर आये प्रभु हनुमान।

रोम रोम में भक्ती भरकर,
हृदय में मेरे समाए,
मन मेरा हो गया सिंदूरी,
हर पल नजर अब आये,
क्या मैं खिलाऊं, कहां बिठाऊं,
ढूंढ रहा स्थान,
मेरे घर आये प्रभु हनुमान।

जब जब देखूं मन में मेरे,
एक बात ही आये,
संकट मोचन जी आने में,
इतनी क्यों देर लगाये,
मैं ही शायद भटक गया था,
किया कभी ना ध्यान,
मेरे घर आये प्रभु हनुमान।

आए तो थे अतिथि जैसे,
अब वो बन गए अपने,
दर्शन उनके करते करते,
जुड़ गए उनसे सपने,
सोचता हूं कभी मैं मांगूंगा,
भक्ती का वरदान,  
मेरे घर आये प्रभु हनुमान।

हमारे मन में भगवान हनुमान जी के आगमन की अनुभूति और हृदय में आनंद है। जब हनुमान जी हमारे घर पधारते हैं तो हमारी सभी इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं और कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। हम अपने रोम-रोम में भक्ति का संचार महसूस करता है और हनुमान जी के सान्निध्य में हमारा मन सिंदूरी भाव में रंग जाता है। हम यह भी अनुभव करते है कि संकटमोचन को आने में देरी क्यों हुई। शायद हम स्वयं ही अपने भक्ति-पथ से भटक गये थे। लेकिन अब जब प्रभु पधार चुके हैं तो वे अतिथि नहीं बल्कि अपने हो गए हैं। उनकी कृपा से हमारा जीवन बदल गया है और अब हम भक्ति का वरदान मांगने की इच्छा रखते है। जय श्री हनुमान।


मेरे घर आये हनुमान - Rohit Tiwari Baba - Mere Ghar Aaye Prabhu Hanuman - Shree Hanuman Bhajan 

Song : Mere Ghar Aaye Hanuman
Singer : Rohit Tiwari Baba
Lyrics : Dhaneshvar Prasad (Purodha Ji)

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