अनोखा खेल रचाया है मदारी बंदर आया है लिरिक्स Anokha Khel Rachaya Lyrics

अनोखा खेल रचाया है मदारी बंदर आया है लिरिक्स Anokha Khel Rachaya Lyrics, Devotional Bhajan by Suman Sharma

श्री राम ने शिव को देखा,
शिव शंकर ने राम को देखा,
इंद्रदेव पहचान दोनों को शीश झुकाया हैं,
अनोखा खेल रचाया है मदारी बंदर आया है........।

शिव शंकर ने रस्सी बांधी,
कूद कूद नाचे बजरंगी,
नाच नाच बजरंगी ने दरबार रिझाया है ,
अनोख़ा खेल रचाया है मदारी बंदर आया है........।

मैया री मोहे बंदर ले दे,
तू ना ले बाबा से कह दे,
कैसा सुंदर नाच यह बंदर मन को भाया है,
अनोख़ा ख़ेल रचाया है मदारी बंदर आया है........।

बेटा रे यह काट खाएगा,
मौका पाकर भाग जाएगा,
कभी किसी राजा ने ना कोई बंदर पाला है,
अनोखा खेल रचाया है मदारी बंदर आया है........।

हाथी पालो राजधर्म है,
घोड़े पालो रथ में चले हैं,
धनुष बाण लो हाथ गुरु ने यही सिखाया है,
अनोखा खेल रचाया है मदारी बंदर आया है........।

मैया री मैं बंदर पालू,
मैं खेलूँ चारों भाइयों को खिलाऊ,
बंदर की क्या बात मैंने तो ब्रह्माण्ड रचाया है,
अनोखा खेल रचाया है मदारी बंदर आया है........।





CHALO RAM DARBAR MADARI BANDAR AAYA HAI अनोखा खेल रचाया है मदारी बंदर आया है लिरिक्स Anokha Khel Rachaya Lyrics

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