बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई
सारी दुनियाँ का पालनहारा साई
बड़ा अलबेला प्यारा प्यारा,
है हमारा साई,
बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई।
साई बधू सखा पिता माता,
साई सतगुरु हैं साई विधाता
भावना जैसी मन में रही है
साई वैसा नजर हमें आता
प्रेम का सुन्दर का है नजारा
साई बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई।
दीप पानी से साई है जलाता
नीम पे पात है मीठे बनाता
आंच भक्तों पे आने ना पाए
साई आटे की रेखा है बनाता
घोर अँधियारों में है सितारा साई
बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई।
साई सूखे गुलों को है खिलाता
साई बिछड़े हुओं को है मिलता
साई निर्धन को है धनवान
करता साई काया को है
कांचन बनाता
दीन दुखियों का
तारणहारा साई
बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई।
साई सबको गले से है लगाता
साई भक्तों से है नाता निभाता
साई बन जाता है सबका
खिवैया साई भव पार है
सबको कराता
प्रेम भक्ति की पावन धारा दाई
बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई।
बे सहारों का है,
सहारा साई
सारी दुनियाँ का पालनहारा साई
बड़ा अलबेला प्यारा प्यारा,
है हमारा साई,
बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई।
साई बधू सखा पिता माता,
साई सतगुरु हैं साई विधाता
भावना जैसी मन में रही है
साई वैसा नजर हमें आता
प्रेम का सुन्दर का है नजारा
साई बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई।
दीप पानी से साई है जलाता
नीम पे पात है मीठे बनाता
आंच भक्तों पे आने ना पाए
साई आटे की रेखा है बनाता
घोर अँधियारों में है सितारा साई
बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई।
साई सूखे गुलों को है खिलाता
साई बिछड़े हुओं को है मिलता
साई निर्धन को है धनवान
करता साई काया को है
कांचन बनाता
दीन दुखियों का
तारणहारा साई
बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई।
साई सबको गले से है लगाता
साई भक्तों से है नाता निभाता
साई बन जाता है सबका
खिवैया साई भव पार है
सबको कराता
प्रेम भक्ति की पावन धारा दाई
बेसहरों का है साई
बे सहारों का है,
सहारा साई।
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