गुरु बिन ज्ञान गंगा बिन तीरथ भजन लिरिक्स Guru Bin Gyan Ganga Lyrics
गुरु बिन ज्ञान गंगा बिन तीरथ,ग्यारस बिन सखी व्रत व्यथा है।
मात बिन पिता ,पिता बिन भाई
बिन भैया ये पीहर बृथा है,
गुरु बिन ज्ञान गंगा बिन तीरथ,
ग्यारस बिन सखी व्रत व्यथा है।
सास बिन ससुर,ससुर बिन पर्दा
बिन साजन श्रृंगार बृथा है,
गुरु बिन ज्ञान गंगा बिन तीरथ,
ग्यारस बिन सखी व्रत व्यथा है।
धीय बिन पूत ,पूत बिन परिवार
बिन नाती परिवार बृथा है,
गुरु बिन ज्ञान गंगा बिन तीरथ,
ग्यारस बिन सखी व्रत व्यथा है।
ओच्छे की प्रीत ,कंजूस घर भोजन
बिन घृत के ये दीपक बृथा है,
गुरु बिन ज्ञान गंगा बिन तीरथ,
ग्यारस बिन सखी व्रत व्यथा है।
गुरु बिन ज्ञान ,गंगा बिन तीर्थ
बिन ग्यारस सखी व्रत बृथा है,
गुरु बिन ज्ञान गंगा बिन तीरथ,
ग्यारस बिन सखी व्रत व्यथा है।
भजन श्रेणी : आध्यात्मिक भजन (Read More : Devotional Bhajan)
भजन श्रेणी : विविध भजन/ सोंग लिरिक्स हिंदी Bhajan/ Song Lyrics