जिंदगी में जब से रोज पूज रहा हूं श्री गणेश भजन लिरिक्स Jindagi Me Jab Se Roj Puj Lyrics, Ganesh Bhajan by Singer : Anurag maurya
जिंदगी में जब से रोज,पूज रहा हूं श्री गणेश,
जिंदगी में जब से रोज,
पूज रहा हूं श्री गणेश,
तृप्त हुआ तन मन धन,
तृप्त हुआ तन मन धन,
रही न कोई इच्छा शेष,
जय गणेश,जय गणेश,
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश,जय गणेश,
जय गणेश जय गणेश।
सूख देने वाले विध्नहर को,
हर पल करता हूं नमन,
सूख देने वाले विध्नहर को,
हर पल करता हूं नमन,
गणपति की भक्ति में न्यौछावर,
मेरा तन मन और धन,
हर किसी से प्रेम कर लो,
जाने कब मिल जाये,
प्रभु किसके भेष,
जिंदगी में जब से रोज,
पूज रहा हूं श्री गणेश,
तृप्त हुआ तन मन धन,
तृप्त हुआ तन मन धन,
रही न कोई इच्छा शेष,
जय गणेश,जय गणेश,
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश,जय गणेश,
जय गणेश जय गणेश।
ज्ञान देने वाले विद्याधर जी,
सब को सन्मति दीजिये,
हम सब है ठहरे अज्ञानी,
सब पर अपनी कृपा कीजिये,
हर कोई मिलजुल कर रहे,
है गजनना सुख शांति का,
दीजिये आशीष,
जिंदगी में जब से रोज,
पूज रहा हूं श्री गणेश,
तृप्त हुआ तन मन धन,
तृप्त हुआ तन मन धन,
रही न कोई इच्छा शेष,
जय गणेश,जय गणेश,
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश,जय गणेश,
जय गणेश जय गणेश।
जय गणेश,जय गणेश,
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश,जय गणेश,
जय गणेश जय गणेश।
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