कहीं खेलन निकल गये हमारे कान्हा
हमारे कन्हैया के तीन मैया हैं,
देवकी यशोदा और पूतना,
कहीं खेलन निकल,
गये हमारे कान्हा,
हमारे कन्हैया के तीन मैया हैं,
देवकी यशोदा और पूतना,
कहीं खेलन निकल,
गये हमारे कान्हा।
हमारे कन्हैया के तीन गांव हैं,
मथुरा गोकुल और नंद ग्राम,
कहीं खेलन निकल गये हमारे कान्हा,
कहीं खेलन निकल गये हमारे कान्हा।
हमारे कन्हैया के तीन रानी है,
राधा रुक्मण और सत्यभामा,
कहीं खेलन निकल गए हमारे कान्हा,
कहीं खेलन निकल गये हमारे कान्हा।
हमारे कन्हैया तीन गांव के राजा,
मथुरा द्वारका नाथद्वारा,
कहीं खेलन निकल गये हमारे कान्हा,
कहीं खेलन निकल गये हमारे कान्हा।
तीन लोक के यह दाता हैं,
पूछ रहा है जग सारा,
कहीं खेलन निकल गए हमारे कान्हा,
कहीं खेलन निकल गये हमारे कान्हा।
HUMRE KANAHIYA KI TEEN MAIYA HAI कहीं खेलन निकल गये हमारे कान्हा Kahi Khelan Nikal Gaye