कृष्ण लीलहार बने राधा जी के कारण

कृष्ण लीलहार बने राधा जी के कारण

कृष्ण लील हार बने,
राधा जी के कारण,
कृष्ण मणियार बने,
राधा जी के कारण,
कृष्ण लील हार बने,
राधा जी के कारण,
कृष्ण मणियार बने,
राधा जी के कारण,
आओ श्री कृष्ण,
इस जग के कारण,
मुरली सुनाओ,
आनंद हो कानन।

ढूंढती है गैया,
तुझे नंदनवन में,
मोर पपीहे चहके,
बृज मधुबन में,
भक्तों पर संकट है,
आओ मुरारी,
विनती अरज,
प्रभु सुन लो हमारी,
आओ श्री कृष्ण,
इस जग के कारण,
मुरली सुनाओ,
आनंद हो कानन।

तुम जग के स्वामी,
तुम अंतर्यामी,
तुम जगदीशा,
ब्रह्मांड के ज्ञानी,
हे करुणाकर,
हे विघ्नेश्वर परमपिता,
सुन लो यह हे यदु वर,
आओ श्री कृष्ण,
इस जग के कारण,
मुरली सुनाओ,
आनंद हो कानन।

कृष्ण लील हार बने,
राधा जी के कारण,
कृष्ण मणियार बने,
राधा जी के कारण,
कृष्ण लील हार बने,
राधा जी के कारण,
कृष्ण मणियार बने,
राधा जी के कारण,
आओ श्री कृष्ण,
इस जग के कारण,
मुरली सुनाओ,
आनंद हो कानन।

भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)

भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)


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