कुंडा खोल दे भवानी हाथ ऊंचा कर के लिरिक्स Kunda Khol De Bhawani Lyrics

कुंडा खोल दे भवानी हाथ ऊंचा कर के लिरिक्स Kunda Khol De Bhawani Lyrics, Mata Rani Bhajan / Kunda Khol De Bhawani Hath Uncha Karke

कुंडा खोल दे भवानी,
हाथ ऊंचा कर के,
ऊंचा कर के भवानी,
हाथ ऊंचा कर के।

मैं बाजार जाऊंगी,
मैया की पायल लाऊंगी,
दोनों हाथों से पहनाऊँगी,
पहाड़ चढके,
कुंडा खोल दे भवानी,
हाथ ऊंचा कर के।

मैं बाजार जाऊंगी,
मैया की लहंगा लाऊंगी,
दोनों हाथों से पहनाऊँगी,
पहाड़ चढके,
कुंडा खोल दे भवानी,
हाथ ऊंचा कर के।

मैं बाजार जाऊंगी,
मैया की चूड़ी लाऊंगी,
दोनों हाथों से पहनाऊंगी,
पहाड़ चढके,
कुंडा खोल दे भवानी,
हाथ ऊंचा कर के।

मैं बाजार जाऊंगी,
फूलों का हार लाऊंगी,
दोनों हाथों से पहनाऊँगी,
पहाड़ चढके,
कुंडा खोल दे भवानी,
हाथ ऊंचा कर के।

मैं बाजार जाऊंगी,
मैया के कुण्डल लाऊंगी,
दोनों हाथों से पहनाऊँगी,
पहाड़ चढके,
कुंडा खोल दे भवानी,
हाथ ऊँचा कर के।

मैं बाजार जाऊंगी,
मैया की नथनी लाऊंगी,
दोनों हाथों से पहनाऊँगी,
पहाड़ चढके,
कुंडा खोल दे भवानी,
हाथ ऊँचा कर के।

मैं बाजार जाऊंगी,
मैया का टिका लाऊंगी,
दोनों हाथों से पहनाऊँगी,
पहाड़ चढके,
कुंडा खोल दे भवानी,
हाथ ऊँचा कर के।
कुंडा खोल दे भवानी,
हाथ ऊंचा कर के,
ऊंचा कर के भवानी,
हाथ ऊंचा कर के।


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