वो तो लाल लंगोटे वाला है, वो तो अंजनी का लाला है। मंगल भवन अमंगल हारी द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी, वो तो मंगल करने वाला है वो तो अंजनी का लाला है, वो तो लाल लंगोटे वाला है, वो तो अंजनी का लाला है।
रघुकुल रीत सदा चली आई प्राण जाए पर वचन न जाई वो तो वचन निभाने वाला है वो तो अंजनी का लाला है, वो तो लाल लंगोटे वाला है, वो तो अंजनी का लाला है।
संकट से हनुमान छुडावे, मन कर्म वचन ध्यान जो लगावे, वो तो संकट हरने वाला है, वो तो अंजनी का लाला है वो तो अंजनी का लाला है, वो तो लाल लंगोटे वाला है, वो तो अंजनी का लाला है।