मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है लीरिक्स Mere Satguru Tu Piro Ka Peer Lyrics

मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है लीरिक्स Mere Satguru Tu Piro Ka Peer Lyrics

 
मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है लीरिक्स Mere Satguru Tu Piro Ka Peer Lyrics

मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है,
जो भी आये तेरी शरण,
बनती बिगड़ी तकदीर है,
मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है,
जो भी आये तेरी शरण,
बनती बिगड़ी तकदीर है।

भूले भटके जीवो को,
सत् पथ पे चलाने आये हो,
नाम जहाज बना कर,
भव से पार लगाने आये हो,
नाम तेरा सब रोगों की,
अकसीर है,
जो भी आये तेरी शरण,
बनती बिगड़ी तकदीर है,
मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है।

तेरे दर पे सतगुरु जी,
प्रेम भक्ति का दान मिले,
जन्म मरण का छूटे चक्कर,
मुक्ति का वरदान मिले,
मोह माया की,
कट जाती जंजीर है,
जो भी आये तेरी शरण,
बनती बिगड़ी तकदीर है,
मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है।

तेरी शरण में सतगुरु जी,
जो जीव भी आता है,
हंस बन के श्री वचनों के,
मोती चुग चुग खाता है,
तेरी संगत की,
अजब तासीर है,
जो भी आये तेरी शरण,
बनती बिगड़ी तकदीर है,
मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है।

तू भंडार है रहमत का,
मैं तेरे दर का भिक्षुक हूं,
तेरी सेवा और भक्ति का प्रभु,
जी हर पल इच्छुक हूं,
दासन दास की,
तू सच्ची जागीर है,
जो भी आये तेरी शरण,
बनती बिगड़ी तकदीर है,
मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है।
मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है,
जो भी आये तेरी शरण,
बनती बिगड़ी तकदीर है,
मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है,
जो भी आये तेरी शरण,
बनती बिगड़ी तकदीर है।

Mere Satguru Tu Peero Ka Peer Hai | मेरे सतगुरु तू पीरो का पीर है मेरे सतगुरु तू पीरों का पीर है लीरिक्स Mere Satguru Tu Piro Ka Peer Lyrics

गुरूमुखों ये भजन अगर पसन्द आया हो, तो इसे आगे शेयर करके हर एक गुरूमुख तक पहुंचाना आप सबकी सेवा है।जिससे श्री गुरू महाराज जी का हर एक प्रेमी उनके भजन सुनके तथा उनके प्रेम की लहरों में झूमकर ज्यादा से ज्यादा भजन भक्ति की ओर अपनी सुरती लगाए।


आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं

Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url