मेरे श्याम तुम बिन नहीं जीवन का गुजारा

मेरे श्याम तुम बिन नहीं जीवन का गुजारा

हारे का सहारा है,
कश्ती का किनारा है
मेरे श्याम तुम बिन नहीं,
जीवन का गुजारा है।

अपनों ने ठुकराया,
कोई ना नजर आया,
अश्कों की सुनी फरियाद,
तू दौड़ा है आया,
मेरी किस्मत का श्यामा,
चमकाया सितारा है,
मेरे श्याम तुम बिन नहीं,
जीवन का गुजारा है।

खुशियों की माला के,
बिखरे मोती सारे,
चुन कर हर इक मोती,
बाबा ने ही संवारे,
रहमत का चारो ओर,
अब दिखता नजारा है,
मेरे श्याम तुम बिन नहीं,
जीवन का गुज़ारा है।

मौजो की ना थी तरंग,
जीने की ना थी उमंग,
सतरंगी दुनिया में,
ये जीवन था बेरंग,
कीर्ति को पग पग पे,
तूने ही संभाला है,
मेरे श्याम तुम बिन नहीं,
जीवन का गुजारा है।

हारे का सहारा है,
कश्ती का किनारा है,
मेरे श्याम तुम बिन नहीं,
जीवन का गुज़ारा है।
हारे का सहारा है,
कश्ती का किनारा है
मेरे श्याम तुम बिन नहीं,
जीवन का गुजारा है।



HAARE KA SAHARA HAI (NEW BHAJAN AMANDEEP PATHAK मेरे श्याम तुम बिन नहीं जीवन का गुजारा
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