म्हारां नैना मे रमी रय सूरत सांवली
म्हारां नैना मे रमी रय सूरत सांवली
माथा मुकुट गल मोतीयन की माला,
माथा मुकुट गल मोतीयन की माला,
पहर पीताम्बर काली कमली,
म्हारां नैना मे रमी रही सूरत सांवली।
यमुना का नीर तीर धेनु चरावे,
बैठ्यो कदंब पे बजावे पावली,
म्हारां नैना मे रमी रही सूरत सांवली।
म्हारां नैना मे रमी रही सूरत सांवली।
नंद जी को लाल माता यशोदा को प्यारो,
गरबी बनावे भाई लालु गवली,
म्हारां नैना मे रमी रही सूरत सांवली।
म्हारां नैना मे रमी रही सूरत सांवली।
माथा मुकुट गल मोतीयन की माला,
पहर पीताम्बर काली कमली,
म्हारां नैना मे रमी रही सूरत सांवली।
यमुना का नीर तीर धेनु चरावे,
बैठ्यो कदंब पे बजावे पावली,
म्हारां नैना मे रमी रही सूरत सांवली।
म्हारां नैना मे रमी रही सूरत सांवली।
नंद जी को लाल माता यशोदा को प्यारो,
गरबी बनावे भाई लालु गवली,
म्हारां नैना मे रमी रही सूरत सांवली।
म्हारां नैना मे रमी रही सूरत सांवली।
निमाड़ी संत सिंगाजी भजन |NIMADI GARBII //#गायक लालु भाई // sunil yaadv singaji bhajn