परमात्मा का नूर हो मालिक लिरिक्स Parmatma Ka Noor Lyrics, Parmatma Ka Noor Ho Malik Ki Jaat Ho SSDN Bhajan
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
चाहा था मेरे दिल ने,
मालिक को देख लूं,
नजरें मिलाके नजरों से,
जी भर के देख लूँ,
दिल की पुकार का,
जवाब तुम ही दात हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
तेरी दया हो जिसपे तो,
फिर उसको गम ही क्या,
सेवक को तेरे नाम का,
आधार कम है क्या,
सिमरन जहां करे,
कोई तुम संग साथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
आये हो जग को तारने,
जिम्मा उठा के तुम,
भव सिन्धु पार करने को,
नौका उठाके तुम,
डूबे हुओ को थामते,
खुद आप हाथ हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
दुनिया की आस छोड़ के,
तेरी ही आस हो,
तेरे ही प्रेम में मग्न,
हर वक़्त दास हो,
डरना किसी से मुझको क्या,
जब तुम ही साथ हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
चाहा था मेरे दिल ने,
मालिक को देख लूं,
नजरें मिलाके नजरों से,
जी भर के देख लूँ,
दिल की पुकार का,
जवाब तुम ही दात हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
तेरी दया हो जिसपे तो,
फिर उसको गम ही क्या,
सेवक को तेरे नाम का,
आधार कम है क्या,
सिमरन जहां करे,
कोई तुम संग साथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
आये हो जग को तारने,
जिम्मा उठा के तुम,
भव सिन्धु पार करने को,
नौका उठाके तुम,
डूबे हुओ को थामते,
खुद आप हाथ हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
दुनिया की आस छोड़ के,
तेरी ही आस हो,
तेरे ही प्रेम में मग्न,
हर वक़्त दास हो,
डरना किसी से मुझको क्या,
जब तुम ही साथ हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो,
स्वामी हो सेवकों के,
अनाथों के नाथ हो,
परमात्मा का नूर हो,
मालिक की जात हो।
परमात्मा का नूर हो मालिक की जात हो | स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो
स्वामी हो सेवको के अनाथो के नाथ हो
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