ना मालुम किसने बहकाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।
देख दशा जब लखन लाल की,
बोल उठे रघुवीर |
उठो भैया मुख से बोलो कंठा लागो तीर,
नीर नयनों में भर आया,
पवन सुत अभी तक नहीं आया,
ना मालुम किसने बहकाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।
हमको तो वनवास मिला था,
माता कि मति मन।
तुम तो भैया प्रेम कि खातिर आये हमारे संग,
पिता नें बहुत ही समझाया,
पवन सुत अभी तक नहीं आया,
ना मालुम किसने बहकाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।
तुम तो सोये सुख की निंद्रा,
प्रेम का दीप जलाय
मेघनाथ रावण का लडका
उनसे लड्यों नहीं जायें,
सामने नीच दल आया
पवनसुत अभी तक नहीं आया,
ना मालुम किसने बहकाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।
अवधपुरी में जाकें अपना,
कैसे मुह्ँ दिखलाऊ।
लोग कहें तिरीयाँ खातिर
भाई को मार गंवायाँ,
दास तुलसी ने जस गाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।।
ना मालुम किसने बहकाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।
पवनसुत अभी तक नहीं आया।
देख दशा जब लखन लाल की,
बोल उठे रघुवीर |
उठो भैया मुख से बोलो कंठा लागो तीर,
नीर नयनों में भर आया,
पवन सुत अभी तक नहीं आया,
ना मालुम किसने बहकाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।
हमको तो वनवास मिला था,
माता कि मति मन।
तुम तो भैया प्रेम कि खातिर आये हमारे संग,
पिता नें बहुत ही समझाया,
पवन सुत अभी तक नहीं आया,
ना मालुम किसने बहकाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।
तुम तो सोये सुख की निंद्रा,
प्रेम का दीप जलाय
मेघनाथ रावण का लडका
उनसे लड्यों नहीं जायें,
सामने नीच दल आया
पवनसुत अभी तक नहीं आया,
ना मालुम किसने बहकाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।
अवधपुरी में जाकें अपना,
कैसे मुह्ँ दिखलाऊ।
लोग कहें तिरीयाँ खातिर
भाई को मार गंवायाँ,
दास तुलसी ने जस गाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।।
ना मालुम किसने बहकाया,
पवनसुत अभी तक नहीं आया।
पवनसुत अभी तक नहीं आया भजन लिरिक्स Pawansut Abhi Tak Nahi Aaya Lyrics न मालूम किसने भरमाया पवनसुत अब तक नहीं आया
Singer - Bhagwat Suthar
Sound - Vinayak sound Kankroli Rajsamand
Live - Shivam Studio Gudli Udaipur
Live - Charna ki Mandar
Sound - Vinayak sound Kankroli Rajsamand
Live - Shivam Studio Gudli Udaipur
Live - Charna ki Mandar