शुभ वेला है बैसाखी की शुभ घड़ी लिरिक्स Shubh Wela Hai Baisakhi Lyrics
शुभ वेला है बैसाखी की शुभ घड़ी लिरिक्स Shubh Wela Hai Baisakhi Lyrics, Satguru Dev Bhajan/SSDN Bhajan
शुभ वेला है बैसाखी की,शुभ घड़ी आ गई,
सतगुरु प्यारे लिया अवतार,
मस्त बहार छा गई,
शुभ वेला है बैसाखी की,
शुभ घड़ी आ गई,
सतगुरु प्यारे लिया अवतार,
मस्त बहार छा गई।
देख के सारे ये सुंदर नज़ारे,
खुशियों में दिल झूमे,
आज सतगुरु ने किरपा लुटाई है,
बड़े भागो से खुशियाँ ये पाई है,
अर्शो से चलके,
शाही सरकार आ गई,
सतगुरु प्यारे लिया अवतार,
मस्त बहार छा गई,
शुभ वेला है बैसाखी की,
शुभ घड़ी आ गई,
सतगुरु प्यारे लिया अवतार,
मस्त बहार छा गई।
जब से मिला ये तेरा द्वारा,
मैं भूल गया जग सारा,
तेरे द्वारे की शोभा निराली है,
यहाँ हर दिन दशहरा दिवाली है,
भगतों को अज खुशियों,
की सौगात मिल गई,
सतगुरु प्यारे लिया अवतार,
मस्त बहार छा गई,
शुभ वेला है बैसाखी की,
शुभ घड़ी आ गई,
सतगुरु प्यारे लिया अवतार,
मस्त बहार छा गई।
अपना बनाया जो दर पे बुलाया,
हम दासों पे कर्म कमाया,
प्रभु चरणों में हमको बुलाते रहो,
यू ही भक्ति की दात लुटाते रहो,
दासों पे ये रहमत की,
बरसात हो गई,
सतगुरु प्यारे लिया अवतार,
मस्त बहार छा गई,
शुभ वेला है बैसाखी की,
शुभ घड़ी आ गई,
सतगुरु प्यारे लिया अवतार,
मस्त बहार छा गई।