मेरे श्याम एक तुम ही सहारा हारे का सहारा

मेरे श्याम एक तुम ही सहारा हारे का सहारा

मेरे श्याम एक तुम ही सहारा,
हारे का सहारा तुम हो,
तेरे होते क्यों मैं फिरू मारा मारा,
हारे का सहारा तुम हो।

करके के बेगाना छोड़ा,
मुझे जग वालो ने,
तेरा नाम गूंज रहा,
अब मेरे ख्यालो में,
जिसके साथ हो ना बेसहारा,
हारे का सहारा तुम हो,
मेरे श्याम एक तुम ही सहारा,
हारे का सहारा तुम हो।

कर विश्वास आया,
जो भी तेरे द्वारे पे,
कृपा तेरी पाके वो तो,
पहुंचा किनारे पे,
बेसहारा तूने भव से उभारा,
हारे का सहारा तुम हो,
मेरे श्याम एक तुम ही सहारा,
हारे का सहारा तुम हो

मैंने भी तो पापो से,
कर्म बिगाड़े है,
बक्शो गुनाहों को,
जैसे है तुम्हारे है,
तेरी शरण जो आया तूने तारा,
हारे का सहारा तुम हो,
मेरे श्याम एक तुम ही सहारा,
हारे का सहारा तुम हो।

गोपाली पागल,
कुछ तो विचार ले,
गुरु नाम जप प्यारे,
जीवन संवार ले,
इक पवन का झोंका भी तुम्हारा,
हारे का सहारा तुम हो,
मेरे श्याम एक तुम ही सहारा,
हारे का सहारा तुम हो।
मेरे श्याम एक तुम ही सहारा,
हारे का सहारा तुम हो,
तेरे होते क्यों मैं फिरू मारा मारा,
हारे का सहारा तुम हो।


हारे के सहारा | Hare Ka Sahara | Pawan Soni | Shyam Bhajan | Khatu Shyam Bhajan

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