मेरे राम मेरे राम,
मेरे राम मेरे राम।
सजा दो घर को गुलशन सा,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं,
अवध में राम आये हैं,
मेरे सरकार आये हैं,
अवध में राम आये हैं,
मेरे सरकार आये हैं,
मेरे सरकार आये हैं।
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
अवध में राम आये हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं।
पखारो इनके चरणों को,
बहाकर प्रेम की गंगा,
पखारो इनके चरणों को,
बहाकर प्रेम की गंगा,
बहाकर प्रेम की गंगा,
बिछा दो अपनी पलकों को,
बिछा दो अपनी पलकों को,
अवध में राम आये हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं।
सरकार आ गये है,
मेरे गरीब खाने में,
सरकार आ गये है,
मेरे गरीब खाने में,
आया है दिल को सकून,
उनके करीब आने में,
आया है दिल को सकून,
उनके करीब आने में,
मुदत से प्यासी अंखियों को,
मिला आज वो सागर,
मुदत से प्यासी अंखियों को,
मिला आज वो सागर,
भटका था जिसको,
पाने की खातिर इस ज़माने में,
भटका था जिसको,
पाने की खातिर इस ज़माने में,
तेरी आहट से हैं वाकिफ,
नहीं चेहरे की है दरकार,
तेरी आहट से हैं वाकिफ,
नहीं चेहरे की है दरकार,
नहीं चेहरे की है दरकार,
बिना देखे ही कह देंगे,
बिना देखे ही कह देंगे,
लो आ गये हैं मेरे सरकार,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं।
तुम आकर फिर नहीं जाना,
मेरी इस सूनी दुनिया से,
तुम आकर फिर नहीं जाना,
मेरी इस सूनी दुनिया से,
मेरी इस सूनी दुनिया से,
कहूं हर दम यही सब से,
कहूं हर दम यही सब से,
अवध में राम आये हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं,
मेरे सरकार आये हैं।
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
अवध में राम आये है,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं,
मेरे सरकार आये हैं।
मेरे राम मेरे राम।
सजा दो घर को गुलशन सा,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं,
अवध में राम आये हैं,
मेरे सरकार आये हैं,
अवध में राम आये हैं,
मेरे सरकार आये हैं,
मेरे सरकार आये हैं।
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
अवध में राम आये हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं।
पखारो इनके चरणों को,
बहाकर प्रेम की गंगा,
पखारो इनके चरणों को,
बहाकर प्रेम की गंगा,
बहाकर प्रेम की गंगा,
बिछा दो अपनी पलकों को,
बिछा दो अपनी पलकों को,
अवध में राम आये हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं।
सरकार आ गये है,
मेरे गरीब खाने में,
सरकार आ गये है,
मेरे गरीब खाने में,
आया है दिल को सकून,
उनके करीब आने में,
आया है दिल को सकून,
उनके करीब आने में,
मुदत से प्यासी अंखियों को,
मिला आज वो सागर,
मुदत से प्यासी अंखियों को,
मिला आज वो सागर,
भटका था जिसको,
पाने की खातिर इस ज़माने में,
भटका था जिसको,
पाने की खातिर इस ज़माने में,
तेरी आहट से हैं वाकिफ,
नहीं चेहरे की है दरकार,
तेरी आहट से हैं वाकिफ,
नहीं चेहरे की है दरकार,
नहीं चेहरे की है दरकार,
बिना देखे ही कह देंगे,
बिना देखे ही कह देंगे,
लो आ गये हैं मेरे सरकार,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं।
तुम आकर फिर नहीं जाना,
मेरी इस सूनी दुनिया से,
तुम आकर फिर नहीं जाना,
मेरी इस सूनी दुनिया से,
मेरी इस सूनी दुनिया से,
कहूं हर दम यही सब से,
कहूं हर दम यही सब से,
अवध में राम आये हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं,
मेरे सरकार आये हैं।
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
अवध में राम आये है,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आये हैं,
मेरे सरकार आये हैं।
सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आए है Awadh Me Ram Aaye Hai | Ram Bhajan | Bhakti Song | Bhajan
Title: Awadh Mein Ram Aaye Hain
Singer: DC Madana
Music Director: Subhash Jena
Edit & Gfx : Mind Pro
Music Label: Music Nova
Singer: DC Madana
Music Director: Subhash Jena
Edit & Gfx : Mind Pro
Music Label: Music Nova