माँ का दर चूमकर सारे गम भूलकर लिरिक्स Maa Ka Dar Chumkar Lyrics

माँ का दर चूमकर सारे गम भूलकर लिरिक्स Maa Ka Dar Chumkar Lyrics, Mata Rani Bhajan

मां का दर चूमकर,
सारे गम भूलकर,
माँ का दर चूमकर,
सारे गम भूलकर,
मैंने अर्जी लगाई,
मजा आ गया।

दर बदर घूम कर,
मैया के द्वार पर,
मैंने झोली फैलाई,
मजा आ गया,
मां का दर चूमकर,
सारे गम भूलकर,
मैंने अर्जी लगाई,
मजा आ गया।

सिंह पर बैठ कर,
माँ भवानी चली,
दुष्ट दानव पे,
मां की दुधारी चली,
रण में संहार कर,
दुष्टों को मार कर,
मुण्डमाला बनाई,
मजा आ गया,
मां का दर चूमकर,
सारे गम भूलकर,
मैंने अर्जी लगाई,
मजा आ गया।

माँ की कृपा के,
बादल बरस जायेंगे,
सबके बिगड़े मुकद्दर,
संवर जायेंगे,
बात बन जायेगी,
झोली भर जायेगी,
माँ से आशा लगाई,
मजा आ गया,
मां का दर चूमकर,
सारे गम भूलकर,
मैंने अर्जी लगाई,
मजा आ गया।

आसरा इस जहाँ में,
मिले ना मिले,
माँ के दर पे पदम को,
ठिकाना मिले,
आ गये द्वार माँ,
कर दो उपकार माँ,
माँ की महिमा को गाई,
मजा आ गया,
मां का दर चूमकर,
सारे गम भूलकर,
मैंने अर्जी लगाई,
मजा आ गया।

माँ का दर चूमकर,
सारे गम भूलकर,
मां का दर चूमकर,
सारे गम भूलकर,
मैंने अर्जी लगाई,
मजा आ गया।
मां का दर चूमकर,
सारे गम भूलकर,
माँ का दर चूमकर,
सारे गम भूलकर,
मैंने अर्जी लगाई,
मजा आ गया।


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